परिवार में प्यार, समर्पण व विश्वास जरूरी

गुमला : परिवार, साधारणतया पति, पत्नी व बच्चों के समूह को कहते हैं. पति-पत्नी व परिवार का रिश्ता कच्चे धागे के सामान है. कड़वाहट व अविश्वास का थोड़ा जोर इस धागे को तोड़ सकता है. अगर हम थोड़ी सी भी चूक करते हैं, तो परिवार को टूटने व बिखरने से कोई नहीं रोक सकता. हाल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 25, 2018 4:31 AM

गुमला : परिवार, साधारणतया पति, पत्नी व बच्चों के समूह को कहते हैं. पति-पत्नी व परिवार का रिश्ता कच्चे धागे के सामान है. कड़वाहट व अविश्वास का थोड़ा जोर इस धागे को तोड़ सकता है. अगर हम थोड़ी सी भी चूक करते हैं, तो परिवार को टूटने व बिखरने से कोई नहीं रोक सकता. हाल के दिनों में गुमला जिले में एक परिवार व पति-पत्नी के बीच की कलह व लड़ाई-झगड़ा ने आपसी संबंधों में खटास डाल दिया है. लगातार गुमला जिले में परिवार व पति-पत्नी की लड़ाई की कोई ना कोई कहानी महिला थाना के परामर्श केंद्र पहुंच रही है. अगर आंकड़ा देंखे तो वर्ष 2011, 2012, 2013, 2017 व 2018 में गुमला महिला थाना में 304 आवेदन पड़े हैं.

इसमें पति-पत्नी की बीच की लड़ाई की कहानी है. ये सभी मामले गंभीर हैं. ऐसे हरेक मामले में पत्नी ने अपने पति व ससुरालवालों पर प्रताड़ना का आरोप लगायी है. इसके अलावा परिवार के कई अलग-अलग मामले भी थाने में हैं. महिला थाना से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 304 आवेदन में अब तक 132 आवेदन पर सुनवाई करते हुए पति-पत्नी के बीच की दूरियों को पाटने का काम किया गया है. इन 132 मामलों की सुनवाई परामर्शदातृयों ने की. जिसमें पति-पत्नी को एक होकर रहने की सलाह दी.

ये उनके समझाने का असर है. जिसके फलस्वरुप ये 132 परिवार अब साथ हैं. लेकिन अभी भी 152 मामले महिला थाना में लंबित है. इसमें एक पक्ष को समझाने से दूसरा पक्ष नाराज हो जा रहा है. इस कारण इन 152 मामलों में अभी तक रिजल्ट नहीं मिला है और पति-पत्नी का विवाद जारी है. वहीं 20 मामले में किसी प्रकार का समझौता नहीं होने पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. ये केस अभी कोर्ट में चल रहा है. अब बात यहां है कि परिवार हमारा है, तो फिर विवाद क्यों. लोगों से अपील है. टूटते-बिखरते परिवार को बचायें. परिवार हम दोनों (पति-पत्नी) का है. इसलिए हम दोनों मिल कर परिवार को चलायें. तभी परिवार खुशहाल रहेगा.

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार 304 में से 132 आवेदन पर सुनवाई करते हुए पति-पत्नी के बीच की दूरियों को पाटने का काम किया गया हैटूटते-बिखरते परिवार की कहानी जो पहुंची महिला थाना
केस स्टडी-एक
परामर्श केंद्र में चंदाली गांव निवासी जवनी देवी ने आवेदन सौंपा है. इसमें उसने अपने पति बिरसाई लकड़ा पर प्रताड़ित करने व घर से भाग जाने की धमकी देने का आरोप लगाया है. उन्होंने परामर्श केंद्र से उचित कार्रवाई की मांग की है. जवनी देवी परेशान होकर थाने को शिकायत की है.
केस स्टडी-दो
गुमला की नाजिया खातून ने महिला थाना के परामर्श केंद्र में आवेदन सौंपा है. जिसमें उन्होंने अपने पति मोहम्मद इरशाद अली व ससुरालवालों पर प्रताड़ित कर घर से निकालने का आरोप लगाया है. नाजिया ने महिला थाना से गुहार लगायी है कि उसे न्याय मिले. जिससे वह सुकून से रह सके.
केस स्टडी-तीन
गुमला की यशोदा कुमारी ने महिला थाना के परामर्श केंद्र में अपने पति व ससुरालवालों के खिलाफ आवदेन सौंपा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि उसने एक बेटी को जन्म दिया है. बेटी के जन्म के बाद से पति प्रदीप महतो व ससुरालवालों का व्यवहार बदल गया है और वे लोग प्रताड़ित करने लगे हैं.
केस स्टडी-चार
घाघरा प्रखंड की एक आदिवासी युवती ने चैनपुर प्रखंड निवासी अपने प्रेमी सुमन असुर पर शादी का प्रलोभन देकर शारीरिक संबंध बनाने व नौकरी लगने पर विवाह से इंकार करने का आरोप लगाया है. उन्होंने महिला थाना से न्याय की गुहार लगायी है. जिससे उसकी शादी हो सके.
केस स्टडी-पांच
भरनो प्रखंड के कुम्हरो गांव निवासी बसंती देवी ने अपने पति रेड़वा गांव निवासी चरवा उरांव पर शादी के बीस साल बाद उसे छोड़ने का आरोप लगाया है. उसने अपने शिकायत पत्र में कहा है कि शादी के बाद परिवार खुशी पूर्वक रह रहा था. परंतु अचानक उसके पति का मन बदल गया और परिवार में बिखराव आ गया है.

Next Article

Exit mobile version