हर बालू घाट में दलाल ट्रकों से वसूलते हैं पैसे

गुमला: सिसई प्रखंड से बहने वाली नदियों के हरेक बालू घाट में एक दलाल है. जो बालू ले जाने वाले ट्रक व डंपर से पैसा वसूलता है. वह दलाल अधिकारियों के बीच पैसा पहुंचाता है. इसमें उक्त दलाल का भी कमीशन बनता है. कुछ बालू घाटों में तीन से चार दलाल हैं, जो अवैध बालू […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 15, 2017 12:20 PM

गुमला: सिसई प्रखंड से बहने वाली नदियों के हरेक बालू घाट में एक दलाल है. जो बालू ले जाने वाले ट्रक व डंपर से पैसा वसूलता है. वह दलाल अधिकारियों के बीच पैसा पहुंचाता है. इसमें उक्त दलाल का भी कमीशन बनता है. कुछ बालू घाटों में तीन से चार दलाल हैं, जो अवैध बालू का पैसा वसूलने में लगे हुए हैं. इन सभी दलालों का संपर्क प्रखंड से लेकर जिला के अधिकारियों से है.

बताया जा रहा है कि ये दलाल ट्रक व डंपर से जितना पैसा मिलता है, उसका हिसाब किताब कर हर सप्ताह अधिकारियों के पास पहुंचाते हैं. इसमें खनन विभाग के कुछ कर्मचारी भी शामिल हैं, जिनका सीधा संपर्क बालू माफियाओं व दलालों से है.

हालांकि इधर, अवैध बालू का कारोबार की खबर प्रकाशित होने के बाद अवैध बालू लदे ट्रक, डंपर व हाइवा की पकड़-धकड़ शुरू हो गयी है, लेकिन अधिकारी तीन-चार वाहनों को पकड़ कर बड़े माफिया को पकड़ने की बात भूल जा रहे हैं. अधिकारी भी दिन के उजाले में ही ट्रक व डंपर को पकड़ने पहुंच रहे हैं, जबकि सिसई की नदियों से अवैध बालू का धंधा रात के अंधेरे में चल रहा है. रात को दर्जनों ट्रक, डंपर व हाइवा में बालू भर कर माफिया रांची ले जा रहे हैं. सबसे दिलचस्प बात कि रात को पुलिस की गश्ती है, इसके बावजूद गाड़ियों को नहीं पकड़ा जा रहा है.

सिसई प्रखंड के एक जनप्रतिनिधि ने कहा कि सिसई प्रखंड से लंबे समय से अवैध बालू का कारोबर चल रहा है. इसकी आवाज भी उठायी गयी, लेकिन बालू माफिया व अधिकारियों की गंठजोड़ के कारण अवैध बालू का कारोबार नहीं थम रहा है. उन्होंने कहा कि अगर अवैध बालू का कारोबार बंद हुआ, तो कई अधिकारियों का महीने में तीन से चार लाख रुपये की कमाई मार खायेगी, लेकिन नदियों को बचाने व पुल की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि बालू बचे.

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