शुभारंभ में दिखी महज खानापूर्ति

गोड्डा : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत चौथे चरण के मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार से हो गयी. सदर अस्पताल के टीकाकरण स्थल पर निर्धारित समय 11:00 बजे से पूर्व ही मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का उदघाटन कर महज खानापूर्ति कर दी गयी. स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉ रामजी भगत सिर्फ दो मिनट के लिये […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 8, 2015 7:28 AM
गोड्डा : पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत चौथे चरण के मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार से हो गयी. सदर अस्पताल के टीकाकरण स्थल पर निर्धारित समय 11:00 बजे से पूर्व ही मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का उदघाटन कर महज खानापूर्ति कर दी गयी. स्वास्थ्य विभाग के एसीएमओ डॉ रामजी भगत सिर्फ दो मिनट के लिये फीता काट कर कार्यक्रम का उदघाटन करने पहुंचे थे. मौके पर जिला स्वास्थ्य मिशन के डीपीएम प्रदीप कुमार सिन्हा, डीपीसी रणधीर प्रसाद, डैम सुबोध कुमार, प्रभात कुमार सहित एएनएम व लाभार्थी उपस्थित थे.
चौथे चरण के मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम में महज खानापूर्ति हुई : मिशन इन्द्रधनुष एक अत्यंत महत्वाकांक्षी प्रयास है, जिसका उद्देश्य टीकाकरण के माध्यम से बच्चों एवं गर्भवती माताओं को रोग-प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करना है. योजना के तहत जिन क्षेत्रों में टीकाकरण से बच्चे वंचित हैं, उन्हें चिह्न्ति कर सूची तैयार करना है और निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना है.
टीकाकरण के लिये आवश्यक वैक्सीन, कोल्ड चैन की व्यवस्था, मॉनीटरिंग एवं रिपोर्टिंग की बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराना है. बावजूद जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा चौथे चरण के मिशन में महज खानापूर्ति की गयी. ऐसे में तय लक्ष्य को पाना दिवा स्वप्‍न के समान लग रहा है. कार्यक्रम में न तो स्थानीय जनप्रतिनिधि को शामिल किया गया था न ही आम लोगों को. यहां हैरानी की बात यह है कि अस्पताल व स्वास्थ्य विभाग के कई कर्मचारियों को भी उदघाटन की जानकारी नहीं हुई. सीएस के कार्यक्रम में मौजूद नहीं रहने के कारण पदाधिकारियों ने महज खानापूर्ति का काम किया. जानकारी के अनुसार आवश्यक कार्यो के लिये सीएस रांची गये थे. लौटने में विलंब हो गया. इस कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हुये.
मिशन इंद्रधनुष का उद्देश्य कैसे होगा पूरा
मिशन इंद्रधनुष का उद्देश्य वर्ष 2020 तक उन सभी बच्चों को इसके दायरे में लाना है, जिनका टीकाकरण हुआ ही नहीं है अथवा उनका आंशिक टीकाकरण ही हुआ है. इन सात टीका निवारणीय रोगों में डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, पोलियो, टीबी, खसरा और हैपेटाइटिस बी शामिल हैं. लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग की खानापूर्ति के कारण मिशन इंद्रधनुष का उद्देश्य पूरा होते नजर नहीं आ रहा है.

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