Giridih News: तीन करोड़ की लागत से बना उप स्वास्थ्य केंद्र बना हाथी का दांत
Giridih News: बगोदर. बगोदर प्रखंड का हेसला उप स्वास्थ्य केंद्र लंबे समय से उद्घाटन की बाट जोह रहा है. 15 बेड वाले दो मंजिला उप स्वास्थ्य केंद्र के चालू नहीं होने से तंत्र पर सवाल खड़ा हो रहा है. पांच साल पहले जब केंद्र की नींव रखी गयी थी तो हेसला के समीप सड़क हादसों में घायलों के साथ-साथ गरीबों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध होने की आस जगी थी. तीन करोड़ की लागत से तैयार यह केंद्र दो साल से उद्घाटन की बाट जोह रहा है. विभाग भी इस ओर से उदासीन है.
विदित हो कि हेसला जीटी रोड एनएच टू से आधे किमी की दूरी हरैयाटांड़ में यह उप स्वास्थ्य केंद्र है. इसमें अलग-अलग कमरे के रूप में वार्ड भी दिया गया है. यह 20 बेड की व्यवस्था के लिए बनाया गया है. हेसला जीटी रोड हाइवे किनारे होने के कारण दुर्घटना की आशंका बनी रहती है. इसे देखते हुए हादसों में घायलों को प्राथमिक उपचार हेतु हेसला उप स्वास्थ्य केंद्र का भवन बनाया गया, पर यह सिर्फ एक भवन बनकर रह गया है. भवन का अब रंग-रोगन भी उतरने के साथ जर्जर होने लगा है. कभी-कभार इसके मुख्य द्वार पर मवेशी बांध दिये जाते हैं. बताते चलें कि हेसला से ट्रॉमा सेंटर छह किमी दूर है. दुर्घटना में घायल की गंभीर अवस्था होने पर अस्पताल पहुंचने में समय लगता है. स्वास्थ्य उप केंद्र को अस्तित्व में लाया जाये, तो मरहम-पट्टी की जा सकती है. उप स्वास्थ्य को चालू कराने के लिए स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफ़ान अंसारी और सिविल सर्जन को पत्र सौंपा गया है, लेकिन इस पर कोई पहल नहीं हो रही है.
क्या बोले चिकित्सा पदाधिकारी
चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विनय कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्र का भवन तो बन जाता है. बगोदर में माहुरी और हेसला के लिए एएनएम भी नियुक्त किया गया है, पर संसाधन का अभाव है. इससे ग्रामीणों को सुविधा नहीं मिल पाती है. इसे लेकर विभाग के वरीय अधिकारियों को अवगत कराया जायेगा.
विधायक बोले- पहल करेंगे
विधायक नागेंद्र महतो ने कहा कि स्वास्थ्य उप केंद्र को चालू करवाने की दिशा में पहल की जायेगी. जल्द ही सीएस के संज्ञान में इसे दिया जायेगा ताकि लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मिल सके.
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