डीजीपी के आदेश पर जब्त जमीन पर चली जेसीबी

टेरर फंडिंग के मामले में एनआइए ने की थी जांच एक वर्ष पूर्व जमीन को प्रशासन ने किया था जब्त पीरटांड़ : पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिरीक्षक के आदेश से मधुबन में जब्त जमीन पर जेसीबी चलाये जाने का मामला प्रकाश में आया है. यह जमीन नक्सलियों द्वारा वसूले गये लेवी के पैसे से खरीदी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 13, 2019 1:47 AM

टेरर फंडिंग के मामले में एनआइए ने की थी जांच

एक वर्ष पूर्व जमीन को प्रशासन ने किया था जब्त
पीरटांड़ : पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिरीक्षक के आदेश से मधुबन में जब्त जमीन पर जेसीबी चलाये जाने का मामला प्रकाश में आया है. यह जमीन नक्सलियों द्वारा वसूले गये लेवी के पैसे से खरीदी गयी थी. मंगलवार को जेसीबी चलाये जाने की जानकारी स्थानीय प्रशासन को भी मिली है. इस पर जमीन के रिसीवर व संरक्षक के तौर पर प्रतिनियुक्त पीरटांड़ सीओ ने जांच भी शुरू कर दी है. मौके पर अमीन को भी भेजा गया. बताया जाता है कि मंगलवार को जेसीबी चलाये जाने की जानकारी कुछ लोगों ने प्रशासन को दी. सूचना पर प्रशासन हरकत में आया.
क्या है मामला : बता दें कि बीते वर्ष टेरर फंडिंग को लेकर मधुबन थाना में प्राथमिकी (कांड संख्या 4/18 ) दर्ज की गयी थी. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस पदाधिकारियों ने जांच शुरू की. उन लोगों को चिह्नित किया गया जिनके द्वारा नक्सलियों के लेवी के पैसे को खपाया गया था. बाद में लेवी के पैसे से अर्जित संपत्ति को भी चिह्नित किया गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए बाद में राज्य सरकार ने मामले की जांच की जिम्मेदारी एनआइए को सौंप दी थी.
एनआइए की टीम ने भी जांच की. इसके बाद पुलिस महानिदेशक व महानिरीक्षक के कार्यालय से संपत्ति को जब्त करने का आदेश आया. 27 अक्टूबर 2018 को प्रशासन ने मनोज चौधरी पिता बंशी चौधरी के नाम से अर्जित खाता 1, प्लॉट 325 में रकवा 82 डिसमिल जमीन को जब्त किया गया. जमीन के पास इसे लेकर सूचना पट्ट भी लगाया. प्रशासन द्वारा अंचलाधिकारी पीरटांड़ को उक्त जमीन का संरक्षक बनाया गया. इसके बावजूद चहारदीवारी तोड़कर उक्त जमीन पर काम किया जा रहा है.

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