साइबर क्राइम से बचने को सतर्कता जरूरी

गिरिडीह जिला साइबर क्राइम के चलते बदनाम हो चुका है. लगभग प्रत्येक दिन यहां लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं. यहां अक्सर साइबर अपराधियों की तलाश में देश के विभिन्न प्रांतों की पुलिस पहुंच रही है. साइबर अपराधियों के लगातार हमले को देखते हुए अब जिला प्रशासन लोगों को प्रशिक्षित करने में जुट […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 20, 2019 1:21 AM

गिरिडीह जिला साइबर क्राइम के चलते बदनाम हो चुका है. लगभग प्रत्येक दिन यहां लोग साइबर ठगी के शिकार हो रहे हैं. यहां अक्सर साइबर अपराधियों की तलाश में देश के विभिन्न प्रांतों की पुलिस पहुंच रही है. साइबर अपराधियों के लगातार हमले को देखते हुए अब जिला प्रशासन लोगों को प्रशिक्षित करने में जुट गया है.

गिरिडीह : साइबर अपराधी काफी शातिर होते हैं और कई बार कुछ जानकारी मिले बगैर ही कम्पयूटर, लैपटॉप, मोबाइल पर हमला कर डाटा की चोरी कर लेते हैं, जिसका उपयोग गलत कार्यों में किया जाता है. साइबर हमले से बचने के लिये नेटवर्क को भी सुरक्षित रखना जरूरी है. इसके लिये बैंक और प्रज्ञा केंद्रों को स्ट्रांग पासवर्ड, बेहतर एंटी वायरस की व्यवस्था की जानी चाहिए. ये बातें अपर समाहर्ता राकेश दूबे ने कही. वह गुरुवार को साइबर हमले से बचने के लिये समाहरणालय सभागार में आयोजित साइबर सुरक्षा पर आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे थे.
बैंक कर्मियों व प्रज्ञा केंद्र संचालकों के साथ आयोजित इस बैठक में अपर समाहर्ता ने साइबर सुरक्षा से संबंधित जानकारी दी. बताया कि कंप्यूटर से क्राइम, हैकिंग, स्पैमिंग, इन्फॉर्मेशन की चोरी, आईडेंटिटी थेफ्ट, ऑनलाइन फ्रॉड साइबर क्राइम में आते हैं. साइबर क्रिमिनल्स इंटरनेट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर लोगों के पर्सनल इंफॉर्मेशन प्राप्त कर अपराध को अंजाम देते हैं. ऐसे में सतर्कता जरूरी है. कार्यशाला में साइबर सुरक्षा और सुरक्षा फोर्स दोनों ही डेटा की सुरक्षा के लिए जानकारी दी गयी. ताकि किसी भी तरह से डाटा की चोरी न हो और सभी डॉक्यूमेंट और फाइल सुरक्षित रहे.

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