जला रहा है सूरज, रुला रही बिजली

शहरी क्षेत्र के फीडर वन, टू व थ्री में गुल रही बिजली गिरिडीह : ज्यों-ज्यों गर्मी की तपिश बढ़ती जा रही है, त्यों-त्यों शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली समस्या विकराल रूप ले रही है. पर्याप्त संसाधन के बाद भी विभाग शहर व ग्रामीण क्षेत्र के फीडर में पर्याप्त बिजली उपलब्ध नहीं करा पा रहा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 8, 2019 5:58 AM

शहरी क्षेत्र के फीडर वन, टू व थ्री में गुल रही बिजली

गिरिडीह : ज्यों-ज्यों गर्मी की तपिश बढ़ती जा रही है, त्यों-त्यों शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली समस्या विकराल रूप ले रही है. पर्याप्त संसाधन के बाद भी विभाग शहर व ग्रामीण क्षेत्र के फीडर में पर्याप्त बिजली उपलब्ध नहीं करा पा रहा है. बिजली नहीं रहने से लोग परेशान हैं. मंगलवार को दोपहर बारह बजे के बाद से शहरी क्षेत्र के फीडर नंबर वन में बिजली गुल रही. दिन भर लोग बिजली नहीं रहने का रोना रोते रहे.
गौरतलब रहे कि शहरी क्षेत्र के फीडर नंबर वन से समाहरणालय, व्यवहार न्यायालय, शिक्षा, सदर अस्पताल, बैंक, डाक घर समेत सरकार के महत्वपूर्ण विभाग को बिजली आपूर्ति की जाती है. बिजली विभाग का पावर हाउस भी इसी फीडर नंबर एक में संचालित है. जहां कार्यपालक अभियंता का दफ्तर है. महत्वपूर्ण फीडर रहने के बाद भी इस फीडर में बिजली नहीं रहना हास्यास्पद है.
हालांकि विभागीय अधिकारियों के अलग-अलग दावे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि प्रतिदिन की तरह मंगलवार को भी शहरी क्षेत्र के फीडर नंबर वन से दिनभर बिजली आपूर्ति बाधित रही. इसके अलावा फीडर नंबर दो व तीन में भी आज दिन भर बिजली गुल रही है. फीडर नंबर दो से मोहनपुर, अलकापुरी जैसे रिहायशी इलाकों में बिजली आपूर्ति की जाती है.
इस फीडर में भी अमूमन प्रत्येक दिन बिजली की समस्या बनी रहती है. शहरी क्षेत्र में कई कुटीर उद्योग के साथ-साथ कई व्यापारिक प्रतिष्ठान भी संचालित हैं. बिजली नहीं रहने से व्यापार पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है. मंगलवार को बिजली नहीं रहने के कारण दुकानदार हाथ का पंखा झेलकर समय काटते देखे गये.
हालांकि सोमवार को कोडरमा लोकसभा क्षेत्र में चुनाव रहने के कारण सरकारी कर्मी व अधिकारी चुनाव में व्यस्त रहे. इस कारण सरकारी कार्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा. शाम के साढ़े छह बजे तक शहरी क्षेत्र में बिजली गुल रही है. इस संबंध में अधिकारियों का कहना है कि एक घंटे के अंदर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जायेगी. हालांकि यह एक घंटा कब आयेगा, इसे देखने वाला कोई अधिकारी व नेता नहीं है.

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