बेकार हो गया प्रखंड कार्यालय परिसर में बना शौचालय
देखरेख के अभाव में शौचालय के आसपास उग गयीं हैं झाड़ियां
देखरेख के अभाव में शौचालय के आसपास उग गयीं हैं झाड़ियां अनूप जायसवाल, धुरकी सरकार जहां स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता को लेकर लोगों को लगातार जागरूक कर रही है, वहीं इस दिशा में काम करने वाले विभाग और अधिकारी खुद लापरवाही बरतते नजर आ रहे हैं. ताजा उदाहरण गढ़वा जिले के धुरकी प्रखंड कार्यालय परिसर का है, जहां बना मॉडल शौचालय देखरेख के अभाव में पूरी तरह बेकार हो गया है. बताया गया कि प्रखंड कार्यालय के मुख्य द्वार के बगल में यह मॉडल शौचालय आम लोगों और कर्मचारियों के उपयोग के लिए बनाया गया था. लेकिन रखरखाव न होने के कारण शौचालय के आसपास झाड़ियां उग आयी हैं और इसका उपयोग पूरी तरह बंद हो गया है. कोई इसकी सुध लेने वाला नहीं है. यह स्थिति यह बताने के लिए पर्याप्त है कि स्वच्छता अभियान को लेकर विभाग कितना गंभीर है. 2017 में घोषित हुआ था ओडीएफ प्रखंड धुरकी प्रखंड को 2017 में खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) घोषित किया गया था. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने प्रखंड के सभी 33 गांवों में शौचालय निर्माण कर लोगों को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने का दावा किया था. इसके लिए सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं ने जागरूकता अभियान भी चलाया था. गांवों में तो अब शौचालय का उपयोग होता दिखता है, लेकिन स्वयं प्रखंड कार्यालय परिसर में ही जागरूकता का अभाव स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है. क्या कहते हैं बीडीओ इस संबंध में बीडीओ बिमल कुमार सिंह ने कहा कि प्रखंड परिसर में सफाई अभियान चलाया जा रहा है. जल्द ही शौचालय को सुचारू रूप से चालू किया जायेगा और पानी की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जायेगी.
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