स्कूल के खेल मैदान में घर बनाकर कब्जा का प्रयास
रंका प्रखंड के बांदु-चुतरू उत्क्रमित प्लस टू उर्दू उच्च विद्यालय के खेल मैदान के लिए दान में दी गयी 1.31 एकड़ भूमि को भू-स्वामियों द्वारा पुनः कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है.
रंका के बांदु – चुतरू उत्क्रमित प्लस टू उर्दू उच्च विद्यालय का मामला तीन जनवरी भू-स्वामियों ने 2006 को राज्यपाल के नाम 1.31 एकड़ भूमि खेल मैदान के लिए दी थी भू-स्वामियों ने कहा-हमने राज्यपाल के नाम भूमि नहीं की है और न ही शपथ पत्र में हस्ताक्षर किये हैं फोटो – खेल मैदान में बनाया गया घर नंद कुमार, रंका रंका प्रखंड के बांदु-चुतरू उत्क्रमित प्लस टू उर्दू उच्च विद्यालय के खेल मैदान के लिए दान में दी गयी 1.31 एकड़ भूमि को भू-स्वामियों द्वारा पुनः कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है. जिससे विद्यार्थियों को खेलने में काफी परेशानी हो रही है. विद्यार्थी कोई भी खेल नहीं खेल पा रहे हैं. गौरतलब है कि भू-स्वामी शिवकुमार यादव, सोमारू यादव, लल्लू यादव, लालमुनि यादव, ठाकुर दयाल यादव ने शपथ पत्र के माध्यम से आज से 19 वर्ष पूर्व तीन जनवरी 2006 को राज्यपाल के नाम 1.31 एकड़ भूमि खेल मैदान के लिए दी थी. ताकि बच्चे खेल में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकें. तत्कालीन विधायक गिरिनाथ सिंह ने अपनी विधायकी कार्यकाल में उक्त खेल मैदान की भूमि को समतलीकरण भी कराया था. खेल मैदान में फुटबॉल खेलने के लिए दोनों तरफ गोलकीपर के लिए पाइप का पोल भी लगा हुआ है. खेल मैदान में मंच भी बनाया गया है. बताया गया कि भू-स्वामियों के पूर्वजों के नाम से खेल मैदान की भूमि ऑनलाइन में आ गया है. जिससे भू-स्वामी शिवकुमार यादव, सोमारू यादव, लल्लू यादव, लालमुनि यादव, रामचंद्र यादव खेल मैदान में घर बनाकर कब्जा कर रहे हैं. भू-स्वामी रामचंद्र यादव, लल्लू यादव, लालमुनि यादव ने बताया कि वे लोग स्कूल के खेल मैदान के लिए राज्यपाल के नाम भूमि दान नहीं किये हैं. और नहीं कोई शपथ पत्र बनवाये हैं. उनके नाम से गलत तरीके से शपथ पत्र बनाया गया है. बताया कि शपथ पत्र में नहीं कोई हस्ताक्षर किये हैं और नहीं अंगूठा का निशान लगाये हैं. कहा कि फरजी तरीके से राज्यपाल के नाम भूमि दान के लिए शपथ पत्र बनाया गया है. इस संबंध में पूछे जाने पर प्रधानाध्यापक अनिल कुमार ने कहा कि खेल मैदान में भू-स्वामियों द्वारा घर बना दिया गया है. जिससे बच्चों को खेलने में परेशानी होती है. मैदान में जगह नहीं होने के कारण खेलो झारखंड के तहत अनेक प्रकार का खेल बच्चों नहीं खेल पाते हैं. सरकार खेल को बढ़ावा देने के लिए विद्यालय में अनेक प्रकार के खेल सामग्री उपलब्ध है. परंतु मैदान में भू – स्वामियों द्वारा घर बना दिए जाने से बच्चों खेल नहीं पाते हैं. कहा कि विद्यार्थी खेल प्रतियोगिता में अब भाग नहीं ले सकेंगे. वहीं मैदान में कब्जा हो जाने के कारण प्रार्थना करने में परेशानी होती है. गौरतलब है कि इस विद्यालय में विद्यार्थियों की संख्या 1050 है.
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