पूर्वी सिंहभूम में बेकाबू ट्रक पांच घरों में घुसा, 50 बकरियां मरीं, आक्रोशित ग्रामीणों ने की पांच घंटे सड़क जाम

पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया में बेकाबू ट्रक पांच घरों में घुस गया. इससे न सिर्फ पांच घर क्षतिग्रस्त हो गए, बल्कि 50 से अधिक बकरियां मर गयीं. आक्रोशित ग्रामीणों ने विरोध में पांच घंटे तक सड़क जाम कर दी.

By Guru Swarup Mishra | April 28, 2024 9:51 PM

चाकुलिया (पूर्वी सिंहभूम): चाकुलिया स्थित बेंद गांव में बैंक ऑफ इंडिया के पास रविवार दोपहर को भीषण सड़क दुर्घटना हुई. चाकुलिया से बंगाल जा रहा ट्रक (ओडी 04के/8291) अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे घरों में घुस गया. इसमें पांच घर टूट गये और 50 से अधिक बकरियां मर गयीं. इस घटना में कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ. कई लोग बाल-बाल बचे . घटना के बाद गुस्साये ग्रामीणों ने ट्रक चालक को पकड़ लिया. उसकी जमकर धुनाई कर दी. सूचना पाकर चाकुलिया पुलिस मौके पर पहुंची. एक घंटे बाद चालक को छुड़ाकर अस्पताल पहुंचाया गया.

ग्रामीणों ने की सड़क जाम
मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दी. ग्रामीणों ने बताया कि चालक नशे में था. नो इंट्री रहने के बाद भी ट्रक घुसा दिया. इस कारण इतनी बड़ी घटना घटी. चालक केसी श्यामल ने बताया कि वह ओडिशा के ढेकनाल का रहने वाला है. वह ओडिशा के जाजपुर से मिट्टी लोडकर दुर्गापुर जा रहा था. बेंद के समीप अचानक नींद आ गयी. आंख लगने के कारण यह दुर्घटना घटी.

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प्रशासनिक पदाधिकारियों ने नुकसान की सूची तैयार की
पूर्वी सिंहभूम में सड़क हादसे के बाद जाम की सूचना पर एसडीओ सच्चिदानंद महतो, एसडीपीओ अजीत कुजूर, सीओ उपेंद्र कुमार, बीडीओ आरती मुंडा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. ग्रामीणों को काफी समझाया, पर ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे. उनका कहना था कि बकरियां ही उनकी पूंजी थीं. बकरियों के मालिक अमल राणा ने बताया कि उनके पास 60 बकरियां थीं. इनमें अधिकतर की मौत हो चुकी है. इन बकरियों को बेचकर बेटे की शादी करने वाले थे. इस घटना में सीमंतो राणा, अनंत राणा, अमल राणा, विमल राणा एवं सुधीर राणा के घर क्षतिग्रस्त हो गये हैं. लगभग 5 घंटे तक सड़क जाम के बाद प्रशासनिक पदाधिकारियों ने नुकसान की सूची तैयार की. मुआवजा दिलाने के लिए लिखित आश्वासन दिया. इसके बावजूद ग्रामीणों का कहना था कि जब तक मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक नहीं हटेंगे. ग्रामीण इस बात को लेकर आशंकित थे कि जाम हटाने के बाद मुआवजा नहीं मिलेगा. बाद में काफी समझाने के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटाया.

रविवार के कारण बड़ी दुर्घटना टली
ग्रामीणों ने बताया कि जिस स्थान पर घटना घटी, वह भीड़ भाड़ वाला क्षेत्र है. घटना रविवार को हुई, इसलिए कई लोगों की जान बच गयी. आमतौर पर सोमवार से लेकर शनिवार तक बैंक पहुंचने वाले लोग बैंक के पास नीम पेड़ के नीचे बैठे रहते हैं. अपने वाहनों को भी खड़े करते हैं. दुर्घटनाग्रस्त वाहन ने सबसे पहले नीम के पेड़ को धक्का मारा. इसके बाद घरों में जा घुसा.

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