तीन दिनों तक बहेगी भक्ति की अविरल धारा
इस अवसर पर शांतिकुंज हरिद्वार से आये विद्वान पंडित वक्ता राम तपस्या, आचार्य सहायक प्रमोद शास्त्री, गायक अभय सिंह चौहान, वादक शिबू व घनश्याम द्वारा कलश पूजन के उपरांत गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गयी.
1101 महिलाओं ने निकाली कलश शोभायात्रा, 51 कुंडीय गायत्री महायज्ञ शुरू प्रतिनिधि, दुमका नगर दुमका के यज्ञ मैदान में 22 से 25 दिसंबर तक आयोजित होने वाले 51 कुंडीय राष्ट्र शौर्य समृद्धि गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ सोमवार को भव्य कलश यात्रा के साथ की गयी. इस अवसर पर शांतिकुंज हरिद्वार से आये विद्वान पंडित वक्ता राम तपस्या, आचार्य सहायक प्रमोद शास्त्री, गायक अभय सिंह चौहान, वादक शिबू व घनश्याम द्वारा कलश पूजन के उपरांत गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गयी. कलश यात्रा यज्ञ मैदान परिसर से निकलकर नगर भ्रमण करते हुए खुंटाबांध पहुंची. इसमें महिलाओं द्वारा कलश में जल भरकर यज्ञ स्थल पहुंची. शोभा यात्रा में 1101 महिलाएं कलश यात्रा में शामिल हुईं. इसके अलावा आदिवासी युवतियों द्वारा गीता पाठ भी किया गया. विभिन्न देवी-देवताओं की झांकी भी निकाली गयी. आदिवासी बहनों ने भी कलश उठाकर यहां की संस्कृति का परिचय दिया. इसके बाद यज्ञ स्थल पर पूजा-पाठ कर कलश स्थापित की गयी. साथ ही आरती की गयी. इसके बाद श्रद्धालुओं के बीच महाप्रसाद का वितरण भी किया गया. इस अवसर पर शहर के गणमान्य लोगों के अलावा गायत्री परिवार ट्रस्ट दुमका के ट्रस्टी के साथ यज्ञ समिति के सदस्य व परिजनों का सराहनीय सहयोग रहा. दुमका के यज्ञ मैदान में अगामी दो दिनों तक अमृत की धारा बहेगी. संध्या 5 बजे से हरिद्वार से पधारे विद्वान पंडितों द्वारा युग संगीत व प्रवचन कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. 23 से 25 तक तीनों दिन सुबह 9 बजे से देवपूजन व हवन यज्ञ आयोजित होगा. हर 51 हवन कुंडों में कम से कम एक-एक जोड़े मुख्य यजमान की भूमिका का निर्वहन करेंगे. उनके साथ-साथ अन्य यज्ञकर्ता यज्ञ में शामिल होंगे.
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