धनबाद जज मौत मामले में एसआइटी जांच में आयी तेजी, ऑटो के पीछे जा रहे बाइक सवार को तलाश रही पुलिस

उसका चेहरा और मोटरसाइकिल नंबर सीसीटीवी में पता नहीं चल पा रहा है, लेकिन यह शख्स घटना के बाद एक पल के लिए भी मौका-ए-वारदात पर नहीं रुका, न हीं एक बार भी पलट कर सड़क किनारे पड़े न्यायाधीश को देखा. यह ऑटो के पीछे-पीछे चला जा रहा था.

By Prabhat Khabar | July 31, 2021 12:01 PM

Dhanbad ADJ death case news today धनबाद : धनबाद सिविल कोर्ट के जज उत्तम आनंद की मौत की गुत्थी सुलझाने में एसआइटी लगी हुई है. इस मामले में एक बात सामने आयी है कि 28 जुलाई की सुबह मॉर्निंग वाक के दौरान न्यायाधीश को ऑटो ने जिस वक्त टक्कर मारी थी, ठीक उसी समय बाइक से एक शख्स हेलमेट पहने जा रहा है.

उसका चेहरा और मोटरसाइकिल नंबर सीसीटीवी में पता नहीं चल पा रहा है, लेकिन यह शख्स घटना के बाद एक पल के लिए भी मौका-ए-वारदात पर नहीं रुका, न हीं एक बार भी पलट कर सड़क किनारे पड़े न्यायाधीश को देखा. यह ऑटो के पीछे-पीछे चला जा रहा था. बाइक सवार युवक की गतिविधि प्रथम दृष्टया संदेहास्पद लग रही है. पुलिस इसकी तलाश कर रही है.

गौरतलब है कि झारखंड में सड़क हादसों में घायल लोगों की मदद के लिए गुड सेमेरिटल पॉलिसी लागू है. इसके तहत घायलों को गोल्डन आवर यानी एक घंटे के अंदर अस्पताल पहुंचानेवालों को सम्मान स्वरूप राशि देने का प्रावधान है. मदद करने वाले काे पुलिस परेशान नहीं कर सकती है, इसका भी प्रावधान है. बावजूद इसके मोटरसाइकिल सवार का नहीं रुकना पुलिस के लिए संदेह पैदा करता है.

घटना के बाद कई शख्स रुके, कुछ ने मदद भी की :

पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी है कि ऑटो के पीछे जाने वाले बाइक सवार को छोड़ कई लोगों ने घायल जज साहब की मदद करने की कोशिश की. बाइकवाले के पीछे चार लोग जा रहे थे. इसमें दो लोग कुछ देर के लिए रुके और चले गये, जबकि दो अन्य लोग उनको ऑटो से अस्पताल ले जाने तक वहीं रुके रहे. एक नर्स और उसके पति ने भी मदद की. कुछ बच्चे सड़क की दूसरी लेन से जा रहे थे, वह भी मदद को वहां पहुंचे थे.

एसआइटी हेड अनिल पाल्टा ने की मैराथन समीक्षा:

एसआइटी के हेड एडीजी अभियान संजय आनंद लगातार धनबाद में कैंप कर रहे हैं. शुक्रवार को उन्होंने जांच की बारीकी से समीक्षा की. समीक्षा के दौरान धनबाद एसएसपी संजीव कुमार, बोकारो रेंज डीआइजी कन्हैया मयूर पटेल, आइजी प्रिया दुबे के अलावा कई अफसर मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version