सेल चासनाला के डीप माइन में हादसा, एक की मौत कई ठेका मज़दूर दबे

: सेल चासनाला कोलियरी के डीप माइंस में शुक्रवार द्वितीय पाली (बी शिफ़्ट) में दुर्घटना हो गई. ठेका मज़दूर सह सुपरवाइजर महताब सहित क़रीब आधा दर्जन मज़दूरों के कोयला के चाल में दबे होने की बात कही जारी है. हालांकि सेल प्रबंधन अभी कुछ भी कहने से बच रही है. घटना क़रीब आठ बजे की है.

By Prabhat Khabar | May 23, 2020 1:58 AM

धनबाद : सेल चासनाला कोलियरी के डीप माइंस में शुक्रवार द्वितीय पाली (बी शिफ़्ट) में दुर्घटना हो गई. ठेका मज़दूर सह सुपरवाइजर महताब सहित क़रीब आधा दर्जन मज़दूरों के कोयला के चाल में दबे होने की बात कही जारी है. हालांकि सेल प्रबंधन अभी कुछ भी कहने से बच रही है. घटना क़रीब आठ बजे की है. बताते है कि मेसर्स कोल माइनिंग में कार्यरत ठेका कर्मी डब्ल्यूसीएल एक नंबर चिमनी में फंसे कोयले की सफ़ाई कर रहे थे. तभी कोयले का चाल स्लोप करने से ठेका मज़दूर महताब सहित अन्य के दबे हुए.

चाल में फंसे मजदूरों को निकालने का काम जारी है. घटना की खबर सुन सेल अधिकारी व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है. वही बड़ी संख्या में मजदूरों व श्रमिक प्रतिनिधी डीप माइंस पहुंच आक्रोशित है. वे सुरक्षा में लापरवाही का आरोप लगा रहे है.घटना की सूचना पाकर कोलियरी मैनेजर संजय सिन्हा, पीट मैनेजर आर शर्मा व सेफ्टी अधिकारी केपी महतो व प्रबंधक नीरज मिश्रा सहित अन्य घटना स्थित का आकलन करने उतरे है. जनता मज़दूर संघ के पूर्व सचिव साजन सिंह ने कहा कि खदान में चार लोगों के दबे होने की सूचना है, लेकिन एक मज़दूर महताब आलम का पुष्टि हुई कि उसकी मृत्यु हो गयी है. बी शिफ़्ट में क़रीब 50 से अधिक मज़दूरों नीचे उतरे थे. ठेकेदार व प्रबंधन की मिली भगत से आये दिन दुर्घटना हो रही है और मज़दूर की जान जा रही है. वही डीजीएमएस भी कार्रवाई के बजाय लिपापोती में लगी रहती है. यही कारण है कि दुर्घटना पर अंकुश नहीं लग रही है.

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