बोकारो सीडब्ल्यूसी की सक्रियता ने चंदनकियारी में रोकी बाल विवाह

बाल विवाह को रोकने के लिए प्रशासन और स्वंयसेवी संस्थाएं अहम भूमिका निभाती है. प्रशासन को समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाना चाहिए जिससे की इसपर नकेल कसी जा सके.

By Kunal Kishore | May 2, 2024 7:09 PM

बोकारो, रंजीत कुमार : बाल विवाह मुक्त समाज को लेकर संस्था सहयोगिणी के शिकायत पर बुधवार को एक नाबिलग को वधु होने से सीडब्लूसी ने बचा लिया. बताया जा रहा है कि मामला चंदनकियारी प्रखंड के बरमसिया ओपी थाना क्षेत्र का है.

क्या है मामला

बोकारो के चंदनकियारी में एक नाबालिग लड़की को बाल वधु बनने से बचा लिया. सहयोगिनी संस्था ने सीडब्लूसी बोकारो अध्यक्ष डॉ शंकर रवानी को बाल विवाह होने की लिखित सूचना दी. उन्होंने बताया कि झालबरदा बस्ती में एक नाबालिग का विवाह एक मई को होने की सूचना है.

मामले पर सीडब्लूसी ने त्वरित कार्रवाई किया

डॉ रवानी की बैंच (सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष डॉ रवानी, सदस्य समाजसेवी प्रगति शंकर, सदस्य प्रीति प्रसाद, रेणु रंजन, रजी अहमद) ने बाल विवाह निषेध पदाधिकारी सह बीडीओ चंदनकियारी को पत्र लिखा. इस पत्र के माध्यम से अविलंब बाल विवाह रोकने को कहा गया. नाबालिग के विवाह की जानकारी डीसी, डीएसडब्लूओ व बाल संरक्षण पदाधिकारी को दी गई. शादी को रोकने के लिए मौके पर बीडीओ, पुलिस व चाइल्ड लाइन की टीम पहुंची और उन्होंने शादी को रोका. इसके बाद नाबालिग की माता ने सीडब्ल्यूसी के नाम लिखित दिया कि पुत्री की शादी बालिग उम्र 18 वर्ष से अधिक होने पर करेंगी.

अभिभावकों को पढ़ाई- लिखाई पर जोर देना चाहिए

कुछ दिनों पहले चंदनकियारी से भी ऐसा मामला सामने आया था जिसमें बीडीओ ने शादी रूकवा दी थी. हालांकि, पुलिस व सहयोगों संस्थानों की मदद से नाबालिग की शादी को रोक दिया जा रहा है लेकिन यह चिंता का विषय है. बालविवाह को रोकने के लिए प्रशासन के द्वारा जागरूकता के कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं. इसके तहत दीवारों पर पोस्टर बना कर, गांव-गांव प्रचार कर के, बाल विवाह के दुष्परिणामों की जानकारी लोगों को दी जाती है. अभिभावकों को भी समझना चाहिए कि बच्चों के खेलने-कूदने की उम्र में उनकी शादी करने से क्या प्रभाव पड़ता है. अभिावकों को बच्चों की पढ़ाई-लिखाई पर जोर देना चाहिए जिससे उनका भविष्य सुरक्षित हों.

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