600 करोड़ का म्यूचुअल फंड तोड़ हुआ बोनस-पीआरपी का भुगतान

धनबाद : चालू वित्तीय वर्ष की प्रथम छमाही में भले ही बीसीसीएल को करीब 350 करोड़ का लाभ हुआ है, लेकिन आमद (रियलाइजेशन) कम होने से कंपनी का खजाना दिनों-दिन कम होता जा रहा है. आलम यह है कि कंपनी को अपनी जमा पूंजी तोड़ भुगतान करना पड़ रहा है. आधिकारिक सूत्रों की मानें, तो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 13, 2019 3:22 AM

धनबाद : चालू वित्तीय वर्ष की प्रथम छमाही में भले ही बीसीसीएल को करीब 350 करोड़ का लाभ हुआ है, लेकिन आमद (रियलाइजेशन) कम होने से कंपनी का खजाना दिनों-दिन कम होता जा रहा है. आलम यह है कि कंपनी को अपनी जमा पूंजी तोड़ भुगतान करना पड़ रहा है. आधिकारिक सूत्रों की मानें, तो अब तक करीब 600 करोड़ रुपये के म्यूचुअल फंड तोड़े जा चुके हैं.

इसमें करीब 250 करोड़ रुपये कर्मियों को बोनस देने और 100 करोड़ रुपये अधिकारियों के पीआरपी भुगतान पर खर्च किये गये है, जबकि 250 करोड़ रुपये अन्य मद में खर्च हुए है. सूत्रों की माने तो आमद कम होने से बीसीसीएल को प्रतिमाह करीब 200 करोड़ की अपनी जमा पूंजी तोड़नी पड़ रही है.
बीसीसीएल के पास 21 सौ करोड़ की जमा पूंजी शेष : गत वित्तीय वर्ष (2018-19) में बीसीसीएल ने करीब 15,032 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड रियलाइजेशन किया था. सर्वाधिक आमद होने से कंपनी ने करीब 27 सौ करोड़ रुपये जमा किये थे, जिसमें करीब 18 सौ करोड़ रुपये फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) और नौ सौ करोड़ रुपये म्यूचुअल फंड व अन्य में जमा किये गये हैं. ऐसे में 600 करोड़ का म्यूचुअल फंड तोड़ने के बाद कंपनी के पास करीब 21 सौ करोड़ की जमा पूंजी शेष बची है.
15,032 करोड़ का रिकॉर्ड रियलाइजेशन : वित्तीय वर्ष 2018-19 में 12 माह में बीसीसीएल ने रिकॉर्ड 15032 करोड़ रुपये का रियलाइजेशन किया था. चालू वित्त वर्ष में अबतक महज 6012 करोड़ रुपये का रियलाइजेशन हुआ है, जबकि गत वित्त वर्ष अक्तूबर माह तक कंपनी ने करीब 11011 करोड़ रुपये रियलाइजेशन किया था. गत वित्त वर्ष के अप्रैल माह में 1200 करोड़, मई में 1500 करोड़ रुपये का रियलाइजेशन हुआ था.

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