ए वन ग्रेड स्टेशन और भोजन की व्यवस्था नहीं
धनबाद : प्रतिदिन 20 हजार से ज्यादा मुसाफिरों को यात्रा कराने वाले ए वन ग्रेड के धनबाद स्टेशन पर दाल-रोटी तक की व्यवस्था नहीं है. यहां आने-जाने वाले यात्रियों को खाना खाने के लिए स्टेशन के बाहर का रुख करना पड़ता है. इसमें कई तरह की परेशानी है. मसलन सामान कहां रखें या इतना सामान […]
धनबाद : प्रतिदिन 20 हजार से ज्यादा मुसाफिरों को यात्रा कराने वाले ए वन ग्रेड के धनबाद स्टेशन पर दाल-रोटी तक की व्यवस्था नहीं है. यहां आने-जाने वाले यात्रियों को खाना खाने के लिए स्टेशन के बाहर का रुख करना पड़ता है.
इसमें कई तरह की परेशानी है. मसलन सामान कहां रखें या इतना सामान लेकर कहां जाएं आदि. फिर ट्रेन के छूट जाने का डर अलग से. यह स्थिति तब है जब धनबाद रेल मंडल का यह सबसे बड़ा स्टेशन है.
भोजनालय की जानकारी यात्रियों को नहीं : धनबाद स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर छह स्टॉल, 2-3 पर चार, 4-5 पर छह व 6-7 पर एक स्टॉल खुले हुए हैं. स्टेशन परिसर के बाहर एक स्टॉल व मुख्य भवन के ऊपर भोजनालय है. यह मुख्य भवन के पहले तल पर है. यहां 35 रुपया में जनता थाली मिलती है.
दो रोटी, चावल, दाल और दो सब्जी के साथ सलाद व आचार दिया जाता है. भोजनालय के कर्मी ने बताया कि यहां यात्री नहीं आते, क्योंकि उन्हें यहां के बारे में जानकारी नहीं. प्रतिदिन 40 से 50 लोग खाना खाते हैं. उसमें लगभग सभी रेल कर्मी व रिटायरिंग में ठहरने वाले लोग होते हैं.
जनता भोजन भी स्टेशन से गायब : रेलवे ने मुसाफिरों के लिए स्टेशन पर जनता खाना व जनता थाली उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. लेकिन वह धनबाद से पूरी तरह गायब है. रविवार को स्टेशन में बने किसी भी स्टॉल में जनता खाना उपलब्ध नहीं था. जबकि जनता खाना यात्रियों को 15 रुपया में उपलब्ध कराने का आदेश है. पैकेट में छह पुरी, सब्जी व अचार मिलता था.