सीएम से की कॉलेजों के अंगीभूतीकरण की वकालत
धनबाद. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद डॉ.रवींद्र कुमार राय ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को पत्र लिखकर स्थायी संबद्ध कॉलेजों को अंगीभूत करने के पहल करने की बात कही है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि बिहार के स्थायी मान्यता प्राप्त 43 महाविद्यालयों को वर्ष 1986-87 में पंचम चरण में अंगीभूत किया गया था. लंबी […]
धनबाद. भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सांसद डॉ.रवींद्र कुमार राय ने मुख्यमंत्री रघुवर दास को पत्र लिखकर स्थायी संबद्ध कॉलेजों को अंगीभूत करने के पहल करने की बात कही है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि बिहार के स्थायी मान्यता प्राप्त 43 महाविद्यालयों को वर्ष 1986-87 में पंचम चरण में अंगीभूत किया गया था. लंबी प्रक्रिया के बाद उन महाविद्यालय के समस्याओं का समाधान हुआ. वर्तमान में लगभग 45 से अधिक महाविद्यालय झारखंड में एेसे हैं, जिन्हे स्थायी मान्यता प्राप्त है.
उनके पास सरकार के मानदंडों के अनुसार भूमि उपलब्ध है. साथ ही भवन उपलब्ध है. योग्य व्याख्याता वर्षों से अपनी सेवा दे रहे हैं. महाविद्यालयों की क्षमता के अनुरूप उसमें स्टूडेंट्स भी उपलब्ध है, लेकिन ऐसे कॉलेजों में समुचित आर्थिक मदद के अभाव में कर्मी काफी कम वेतन पर सेवा दे रहे हैं.
कॉलेज शिक्षक 5 से 25 हजार तक के भुगतान पर जीवनयापन कर रहे हैं. ऐसे अधिकांश महाविद्यालय ग्रामीण क्षेत्र में हैं. ऐसे महाविद्यालय में अंगीभूत कॉलेजों की तुलना में फीस भी अधिक लिये जाते हैं, लेकिन बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध नहीं करायी जा रही है. ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है कि वह उचित कार्यवाही कर ऐसे महाविद्यालयों के अंगीभूतीकरण की पहल करे.