ढहा कार्मेल स्कूल का भवन बची ढाई हजार बच्चों की जान

मधुपुर : गुरुवार की दोपहर लॉर्ड सिन्हा रोड स्थित कार्मेल स्कूल के पांच दशक पुराना तीन मंजिला भवन का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया. मलबा गिरते ही एक जोरदार आवाज हुआ. यह महज संयोग था कि स्कूल प्रबंधन ने आइसीएससीइ बोर्ड की परीक्षा के कारण 14 मार्च तक छुट्टी दे दी थी. दूसरा संयोग […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 8, 2019 4:47 AM

मधुपुर : गुरुवार की दोपहर लॉर्ड सिन्हा रोड स्थित कार्मेल स्कूल के पांच दशक पुराना तीन मंजिला भवन का एक हिस्सा भरभरा कर गिर गया. मलबा गिरते ही एक जोरदार आवाज हुआ. यह महज संयोग था कि स्कूल प्रबंधन ने आइसीएससीइ बोर्ड की परीक्षा के कारण 14 मार्च तक छुट्टी दे दी थी.

दूसरा संयोग यह भी था कि परीक्षा का केंद्र बने स्कूल भवन में गुरुवार को मैट्रिक की परीक्षा नहीं थी. वरना, सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि कितने बच्चों की जान जोखिम में पड़ जाती. हालांकि, हादसे में कोई घायल नहीं हुआ, फिर भी इसने पुराने भवन में चल रहे स्कूलों की स्थिति पर सवाल खड़ा कर दिया है.

चल रहा था मरम्मत कार्य : बताया जाता है कि पांच दशक पूर्व बने स्कूल भवन में पिछले कई दिनों से सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा था. भवन के बरामदे के पिलर का प्लास्टर झाड़कर टाइल्स लगाने का काम चल रहा था. गुरुवार को भी दोपहर करीब 12 बजे दो मजदूर पिलर का प्लास्टर झाड़ रहे थे. इसी क्रम में भवन एक पिलर के धीरे-धीरे टूटने की आवाज आने लगी. इसके बाद काम कर रहे दोनों मजदूर जान बचा कर विद्यालय के खाली जगह की ओर भागे.

पलक झपकते ही तीन मंजिला भवन का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया. बताया जाता है कि भवन का जो हिस्सा गिरा उन कमरों में कक्षा 4, 5, 8 व 10 के बच्चे पढ़ते थे. वैसे तो पूरे विद्यालय में तकरीबन ढाई हजार बच्चे अध्ययनरत हैं. विद्यालय खुला रहने की स्थिति में कम-से-कम इन चार कक्षा के बच्चे प्रभावित होते. घटना की जानकारी मिलते ही विद्यालय परिसर में एसडीओ योगेंद्र प्रसाद, इंस्पेक्टर इंचार्ज सत्येंद्र प्रसाद, पूर्व मंत्री हाजी हुसैन अंसारी समेत सैकड़ों अभिभावक व आसपास के लोग स्कूल पहुंच गये.

घटना के बाद पहुंचे अभिभावक, विद्यालय प्रबंधन पर बरसे

भवन ढहने के बाद स्कूल में घंटे भर अफरातफरी का माहौल रहा. कई अभिभावकों ने विद्यालय प्रबंधन को जमकर खरी-खोटी सुनाई. बिना अभियंता के विद्यालय भवन में काम कराने पर अभिभावकों ने सवाल खड़े किये. इधर, हादसे में बाल बाल बचे पश्चिम बंगाल के मुर्शीदाबाद का मजदूर पलटु शेख व वीरभूम जिले के रूद्र नगर निवासी साहा जमाल काफी देर तक कुछ बोलने की स्थिति में नहीं था. घटना के बाद विद्यालय के प्राचार्य कक्ष में एसडीओ व अन्य अधिकारियों ने विद्यालय प्रबंधन के साथ बैठक की व बिना भवन की जांच किये स्कूल चालू नहीं करने का निर्देश दिया.

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