ग्रामीणों की मांगें जायज

टंडवा : विभिन्न मांगों को लेकर एनटीपीसी से विस्थापित गांव नयीपारम के रैयतों ने मंगलवार प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना दिया. अध्यक्षता छोटेलाल व संचालन गुरुदयाल साव ने की. मुख्य अतिथि के रूप में मजदूर नेता विनोद बिहारी पासवान मौजूद थे. इससे पूर्व नयीपारम के सैकड़ों रैयतों ने हाथों में तख्ती लिए जुलूस के शक्ल […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 5, 2017 9:25 AM

टंडवा : विभिन्न मांगों को लेकर एनटीपीसी से विस्थापित गांव नयीपारम के रैयतों ने मंगलवार प्रखंड कार्यालय के समक्ष धरना दिया. अध्यक्षता छोटेलाल व संचालन गुरुदयाल साव ने की.

मुख्य अतिथि के रूप में मजदूर नेता विनोद बिहारी पासवान मौजूद थे. इससे पूर्व नयीपारम के सैकड़ों रैयतों ने हाथों में तख्ती लिए जुलूस के शक्ल में प्रखंड कार्यालय पहुंचे. इसके बाद जुलूस आमसभा में तब्दील हो गयी. रैयत भूमि अधिग्रहण नीति 2013 के तहत मुआवजा भुगतान, रोजगार देने, गैरमजरूआ जमीन का सत्यापन आदि की मांग कर रहे थे. मौके पर विनोद बिहारी पासवान ने कहा कि ग्रामीणों की मांगें जायज हैं. रैयतो की मांगों को पूरा कराने के लिए आंदोलन करते रहेंगे. वे सरकारी नियमों के तहत लड़ाई लड़ रहे हैं.

कैलाश यादव, बहादुर राम आदि ने एनटीपीसी प्रबंधन से रोजगार मुआवजा भुगतान मूलभूत सुविधाओं की मांग की. रैयतों का आरोप है कि एनटीपीसी द्वारा लगभग 40 एकड़ भूमि अधिग्रहित की गयी है. इसमें लगभग 30 एकड़ भूमि गैरमजरूआ भूमि रैयतों के दखल कब्जे में है, जिसका सत्यापन नहीं कराया गया है. आंदोलन का नेतृत्व व सभा का संचालन गुरदयाल साव ने किया. धरना के बाद एक शिष्टमंडल ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. मौके पर अनिता, सीता, मानव, किरण, उर्वशी देवी, कार्तिक महतो, चांदो महतो, रतनी समेत कई महिला पुरुष उपस्थित थे.

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