Bokaro Steel Plant के जूनियर ऑफिसर्स 22 जुलाई से करेंगे सत्याग्रह, पे-रिविजन की समस्या से हैं परेशान

वेतन समस्या से जूझ रहे बोकारो स्टील प्लांट के 2008-10 बैच के जूनियर ऑफिसर्स आगामी 22 जुलाई से सत्याग्रह पर बैठेंगे. बीएसएल के जूनियर ऑफिसर्स की बोसा कार्यालय में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया. बोसा अध्यक्ष एके सिंह ने कहा कि एसोसिएशन जूनियर ऑफिसर्स के साथ है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 27, 2022 9:35 AM

Jharkhand News: वेतन विसंगति की समस्या से लंबे अरसे से जूझ रहे बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के 2008-10 बैच के जूनियर ऑफिसर आगामी 22 जुलाई से सत्याग्रह पर बैठेंगे. इस संबंध में जूनियर ऑफिसर्स ने संयुक्त रूप से कहा कि बोकारो स्टील ऑफिसर्स एसोसिएशन (Bokaro Steel Officers Association-BOSA) के नेतृत्व में शांतिपूर्ण ढंग से गांधी चौक पर सत्याग्रह शुरू होगा. सत्याग्रह 24 घंटे के हिसाब से मामले के समाधान तक या मौत तक चलेगा, क्योंकि यह मुद्दा हमारे लिए आर्थिक कम और मान- सम्मान का ज्यादा बन गया है. आंदोलन में सेवानिवृत्त जूनियर ऑफिसर भी बराबरी का हिस्सा लेंगे.

10 वर्षों में अनुनय- विनय की हो गई है पराकाष्ठा

बीएसएल (BSL) के जूनियर ऑफिसर्स की बैठक सेक्टर-4F स्थित बोसा कार्यालय (Bosa Office) में हुई. बोसा अध्यक्ष एके सिंह ने कहा कि एसोसिएशन जूनियर ऑफिसर के साथ है. समाधान के दो रास्ते हैं. एक अनुनय- विनय और दूसरा संवाद. पिछले 10 वर्षों में अनुनय- विनय की पराकाष्ठा हो गई है. रही बात संवाद की, तो यह पहल प्रबंधन को करनी थी, जिसकी शुरुआत भी उसने अभी तक नहीं किया. अभी भी हम एक माह का नोटिस देना चाहते हैं, ताकि आंदोलन में गए बगैर समाधान की कोई संभावना नजर आए, तो हम अपने निर्णय पर पुनर्विचार कर पाएं.

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कई बार मौखिक और लिखित आश्वासन मिला

श्री सिंह ने कहा कि जूनियर ऑफिसर के एक जनवरी, 2007 के पे-रिवीजन पर कई बार मौखिक और लिखित आश्वासन के बाद भी आज तक कुछ नहीं हुआ. एक जनवरी, 2007 में बीएसएल- सेल में दो तरह का पे-रिवीजन हुआ. अधिकारियों का 10 वर्ष का और कर्मियों का पांच-पांच साल का दो रिवीजन. 31 दिसंबर, 2006 या उससे पहले जो भी कंपनी के रोल पर थे और उसके बाद भी रहे, सभी को एक जनवरी, 2017 से या तो 10 वर्ष का रिवीजन मिला या पांच- पांच वर्ष का दो रिवीजन मिला. जूनियर ऑफिसर 2008-10 बैच के अधिकारी भी इसके हकदार थे, पर दोनों में से कोई लाभ नहीं मिला. बैठक में एके सिंह, मंतोष कुमार, वेद, मनोज कुमार, एके चौबे के अलावा दर्जनों की संख्या में कार्यरत एवं रिटारर्ड जूनियर ऑफिसर शामिल थे.

रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो.

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