इंदिरा आवास की छत गिरने से महिला मजदूर की मौत

पिंड्राजोरा : थाना क्षेत्र के ग्वालाडीह गांव में एक इंदिरा आवास की जर्जर छत गिरने से बुधवार की सुबह मनरेगा महिला मजदूर शांति देवी (60) की मौत हो गयी. वहीं उसके पति बाटुल बाउरी (67) व दो पोती भी जख्मी हो गये. बाटुल बाउरी ने बताया कि 1996-97 में बना इंदिरा आवास बिल्कुल जर्जर हो […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 13, 2019 1:54 AM

पिंड्राजोरा : थाना क्षेत्र के ग्वालाडीह गांव में एक इंदिरा आवास की जर्जर छत गिरने से बुधवार की सुबह मनरेगा महिला मजदूर शांति देवी (60) की मौत हो गयी. वहीं उसके पति बाटुल बाउरी (67) व दो पोती भी जख्मी हो गये. बाटुल बाउरी ने बताया कि 1996-97 में बना इंदिरा आवास बिल्कुल जर्जर हो चुका है. छत मरम्मत कराने का पैसा नहीं है. मंगलवार की रात खाना खाने के बाद सभी सो रहे थे. बुधवार की सुबह हम पर छत गिर गयी.

इसमें शांति देवी व दोनों पोती सरस्वती कुमारी (चार वर्ष) और लुखु कुमारी (दो वर्ष) गंभीर रूप से जख्मी हो गये. सभी को सदर अस्पताल बोकारो में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान शांति देवी की मौत हो गयी. कहा कि शव का पोस्टमार्टम भी प्रशासन ने नहीं कराया. इस कारण सरकारी लाभ मिलने में परेशानी होगी. सूचना पर सीओ दिवाकर द्विवेदी पीड़ित के घर पहुंचे व पारिवारिक लाभ देने की बात कही. बीडीओ ने भी पीएम आवास दिलाने का आश्वासन दिया.

समाजसेवियों ने की आर्थिक मदद : समाजसेवी किरण चंद्र बाउरी व पूर्व मुखिया गौराचांद महतो ने परिवार के सदस्यों को आर्थिक मदद के रूप में पांच-पांच सौ रुपया दिये. पंचायत समिति सदस्य राजेश कुमार महतो व समाजसेवी प्रेमचंद बाउरी ने कहा कि सरकार को जांच करा कर घर की मरम्मत करानी चाहिए.
गांव में कई घर हो चुके हैं जर्जर : ग्रामीणों ने बताया कि गांव में कई इंदिरा आवास इसी प्रकार जर्जर अवस्था में है. इतनी बड़ी घटना से समय रहते स्थानीय प्रशासन ने सुध नहीं ली तो कभी भी फिर घटना घट सकती है. पूर्व मुखिया गौराचांद महतो ने बताया की इन सभी मजदूरों का प्रधानमंत्री आवास योजना में नाम शामिल है, लेकिन क्रम संख्या नहीं आने पर उन्हें यह लाभ सरकारी योजना के नियम अनुसार नहीं दिया जा सकता है. वर्तमान में पांच परिवारों का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए भेजा गया है.

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