वाहो-वाहो गुरु गोविंद सिंह, आपे गुर चेला…

बोकारो : सेक्टर दो स्थित गुरुद्वारा में रविवार को गुरु गोबिंद सिंह की 352वीं जयंती मनायी गयी. दो दिन पूर्व शुरू हुए पाठ का समापन किया गया. रानीगंज (बंगाल) के रागी जत्था ने गुरुवाणी प्रस्तुत की. चास-बोकारो के संगत ने कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करायी. सबद कीर्तन से संगत को निहाल किया. लंगर का आयोजन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 14, 2019 7:06 AM
बोकारो : सेक्टर दो स्थित गुरुद्वारा में रविवार को गुरु गोबिंद सिंह की 352वीं जयंती मनायी गयी. दो दिन पूर्व शुरू हुए पाठ का समापन किया गया. रानीगंज (बंगाल) के रागी जत्था ने गुरुवाणी प्रस्तुत की. चास-बोकारो के संगत ने कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज करायी. सबद कीर्तन से संगत को निहाल किया.
लंगर का आयोजन किया गया. आयोजन को लेकर गुरुद्वारा को विशेष तरीका से सजाया गया था. स्थल दुधिया रोशनी से नहाया प्रतीत हो रहा था.
‘तहि प्रकाश हमारा भयो, पटना शहर दिखे भल लयो…, देह शिवा वर मोहे एहे शुभ करमन ते कबहूं न टरूं…,’ ‘गुर संगत कीनी खालसा मन मुखी सोहेल…,’ ‘वाहे वाहे गोविंद सिंह आपे गुर चेला…’ आदि गुरवाणी देर तक गुरुद्वारा में गूंजते रहे. गुरमेल सिंह उर्फ बंटी, सरवन सिंह, जसवीर सिंह, भवनीत सिंह बिंद्रा, समेत चास बोकारो के दर्जनों लोग मौजूद थे.

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