यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के कार्यक्रम में बोले एसएन दास, बैंक मर्जर बैंक कर्मियों पर कुठारघात

बोकारो : विजया बैंक, देना बैं क व बैंक ऑफ इंडिया का मर्जर करना बैंककर्मियों पर कुठारघात है. सरकार का दावा है कि ऐसा करने से बैंक का आकार बढ़ेगा, लेकिन सरकार भूल जाती है कि ग्राहक सेवा का ह्रास होगा. यह बात यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के जिला संयोजक एसएन दास ने कही. […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 25, 2018 7:26 AM
बोकारो : विजया बैंक, देना बैं क व बैंक ऑफ इंडिया का मर्जर करना बैंककर्मियों पर कुठारघात है. सरकार का दावा है कि ऐसा करने से बैंक का आकार बढ़ेगा, लेकिन सरकार भूल जाती है कि ग्राहक सेवा का ह्रास होगा. यह बात यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के जिला संयोजक एसएन दास ने कही.
सोमवार को यूनियंस ने 26 दिसंबर के आहूत हड़ताल को सफल बनाने के लिए रैली निकाली. श्री दास बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे. रैली एसबीआइ-04 से निकल कर बैंक ऑफ इंडिया-04 तक गयी. श्री दास ने कहा : पूर्व में भारतीय स्टेट बैंक के एसोसिएट बैंक का मर्जर किया गया था, इससे बैंक का एनपीए बढ़ गया. एसबीआइ घाटा में चल गया.
कहा : मर्जर होने से बैंक कर्मियों की छंटनी होगी. इसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. बैंक कर्मियों का वेज रिविजन की मांग लंबे समय से हो रही है. इंडियन बैंक एसोसिएशन कर्मियों की मांग पर सकारात्मक पहल नहीं कर रहा है. यूनियंस मांग को लेकर आंदोलन करता रहेगा.
राजेश कुमार सिन्हा, राघव कुमार सिंह, बिनोद कुमार सिन्हा, धनंजय कुमार, सुबोध कुमार रजक, राजेश ओझा, विभाष झा, एसपी सिंह, अरुण कुमार, ओपी वर्णवाल, शिव शेखर प्रसाद, अवधेश प्रसाद, राजेश श्रीवास्तव, सुदीप कुमार पांडेय, विनोद कुमार, प्रदीप बेगी, प्रदीप झा, अजीत कुमार सिंह, मानिक दास, प्रभा सिंह, सीके शर्मा, अजय प्रसाद, चंदन कुमार समेत कई मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version