आइआरबी परीक्षा में फर्जीवाड़ा, बोकारो में 11 पकड़े गये

बोकारो/रांची : इंडिया रिजर्व बटालियन (आइआरबी) की सामान्य आरक्षी प्रतियोगिता परीक्षा के दूसरे चरण में रविवार को राज्य के अलग-अलग जिलों से 19 परीक्षार्थी व अन्य लोग फर्जीवाड़ा करते पकड़े गये. इनमें बोकारो से 11, रांची से सात, पलामू से एक परीक्षार्थी हैं. रांची से पकड़े गये सात लोगों में गिरोह का सरगना अनूप कुमार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 11, 2017 10:36 AM
बोकारो/रांची : इंडिया रिजर्व बटालियन (आइआरबी) की सामान्य आरक्षी प्रतियोगिता परीक्षा के दूसरे चरण में रविवार को राज्य के अलग-अलग जिलों से 19 परीक्षार्थी व अन्य लोग फर्जीवाड़ा करते पकड़े गये. इनमें बोकारो से 11, रांची से सात, पलामू से एक परीक्षार्थी हैं. रांची से पकड़े गये सात लोगों में गिरोह का सरगना अनूप कुमार भी है, जो पटना का रहनेवाला और बीएसएनएल कर्मी है.

बोकारो में नौ परीक्षार्थियों के पास मोबाइल व दो के पास हाइटेक माइक्रो ब्लूटूथ डिवाइस था. दंडाधिकारी व केंद्राधीक्षकों की शिकायत पर शहर के हरला, सेक्टर 6 व सेक्टर 12 थाना में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. डीसी राय महिमापत रे ने बताया कि वीक्षकों को परीक्षार्थियों के संदिग्ध गतिविधियों के कारण शक हुआ. जांच के दौरान सरदार पटेल स्कूल में परीक्षा दे रहे दो परीक्षाथियों के पास से तीन मोबाइल, ब्लू टूथ आदि बरामद हुआ है. ये लोग किसी संगठित गिरोह से जुड़े हैं.

वहीं नौ परीक्षार्थियों के पास मोबाइल बरामद किया गया है. उन पर भी प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. उन्होंने बताया कि प्रथम पाली में सेक्टर 12 स्थित आरवीएस कॉलेज से तीन परीक्षार्थी मोबाइल के साथ पकड़े गये. पकड़े जाने वालों में गिरिडीह सिरिसिया निवासी राजेंद्र सिंह, शिकारपुर, पश्चिमी चंपारण निवासी मो उमेर खान व चतरा के देवरिया निवासी अनुदीप कुमार शामिल है. दूसरी पाली में ही बीएससिटी कॉलेज से उमेश कुमार महतो, रमेश कुमार, राजीव रजवार, धमेंद्र कुमार सिंह, कौशल मांझी व प्रभात कुमार को मोबाइल के साथ पकड़ा गया हैं. उन्हें परीक्षा से निष्कासित करते हुए उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

बनियान में चिपकाया था तार
सेक्टर 9 सरदार पटेल पब्लिक स्कूल में दूसरी पाली में जांच के दौरान रिसडीह ,जमुई(बिहार) निवासी सूरज कुमार व नवादा के सिकंदरा निवासी अजीत कुमार को हाइटेक ब्लूटूथ डिवाइस के सहारे परीक्षा में चोरी करते पकड़ा गया. एसडीओ सतीश चंद्र ने जब परीक्षार्थी को पकड़ा तो उन्हें ब्लूटूथ डिवाइस नहीं मिला. फटकार लगाने पर परीक्षार्थी सूरज ने ब्लूटूथ डिवाइस अपने कान से चुंबक की मदद से निकाला. उसकी बनियान में डिवाइस और मोबाइल का तार चिपका था. उसे बाहर से प्रश्नों के उत्तर लिखवाया जा रहा था.
रांची. रांची में पकड़े गये लोगों से हुई पूछताछ में फर्जीवाड़ा में बिहार के गिरोह के शामिल होने की बात सामने आयी है. हालांकि खबर लिखे जाने तक पुलिस अधिकारियों ने किसी की गिरफ्तारी की अाधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं की है.
ऐसे हुआ फर्जीवाड़ा का खुलासा : पुलिस अधिकारियों को सूचना मिली थी कि लोअर बाजार थाना क्षेत्र के होटल पर्ल में कुछ लोग ठहरे हुए हैं, जो आइआरबी की परीक्षा में गड़बड़ी कर सकते हैं. सूचना पर पुलिस ने होटल में छापेमारी की और गिरोह के सरगना अनूप कुमार को हिरासत में लिया. उससे पूछताछ में संदीप और सनोज के बारे में पता चला, जो परीक्षा में फर्जीवाड़ा करा रहा था. पुलिस ने अनूप के जरिए फोन करवा कर संदीप व सनोज को बुलाया और उन्हें गिरफ्तार किया गया. इसके बाद पुलिस को परीक्षार्थियों के बारे में पता चला. तब पुलिस ने लोअर बाजार थाना क्षेत्र स्थित संत पॉल कॉलेज से परीक्षार्थी विमलेश (नवादा) और राकेश (गया) को हिरासत में लिया. वहीं, डोरंडा बालिका विद्यालय से परीक्षार्थी सौरभ कुमार (जहानाबाद) को हिरासत में लिया गया. पुलिस ने परीक्षार्थियों के पास विभिन्न टुकड़ों में विभक्त मोबाइल फोन बरामद किया है. मोबाइल दो लेयर में बनी गंजी के अंदर लगा था. वहीं एक पतला ब्लूटूथ कान में लगा हुआ था. ब्लूटूथ पिन की तरह है. अब पुलिस कान के अंदर छिपे ब्लूटूथ को निकालने के लिए डॉक्टरों का सहयोग लेगी. वहीं, पुलिस ने फर्जीवाड़ा में दिनेश नामक एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है. उसने खुद को डीवीसी बोकारो का कर्मी बताया है.
अनूप के कहने पर रांची आये थे सनोज व संदीप
लखीसराय निवासी सनोज और पटना निवासी संदीप ने बताया कि वे अनूप के कहने पर रांची आये थे. सनोज ने अनूप को कुछ परीक्षार्थी उपलब्ध कराये थे. अनूप होटल पर्ल में ठहरा था और मोबाइल फोन व ब्लूटूथ के जरिये परीक्षार्थियों तक पूछे गये प्रश्नों के उत्तर पहुंचा रहा था. पुलिस सभी से पूछताछ कर रही है.
परीक्षा के पहले चरण में पकड़े गये थे 13 परीक्षार्थी
झारखंड राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा इंडियन रिजर्व बटालियन सामान्य आरक्षी प्रतियोगिता परीक्षा ली जा रही है. प्रथम चरण की परीक्षा तीन दिसंबर को हुई थी. इसमें 13 परीक्षार्थी फर्जीवाड़ा करते पकड़े गये थे. इसमें 10 बिहार के अलग-अलग जिलाें से आये थे. पहले चरण में पकड़े गये परीक्षार्थी भी इयर फोन के माध्यम से परीक्षा में कदाचार कर रहे थे.

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