डॉक्टर से रंगदारी मांगने के आरोप में तीन युवक गिरफ्तार
रांची: रांची पुलिस की टीम ने 50 लाख रंगदारी मांगने के आरोप में मास्टर माइंड सहित तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. अनुमंडलीय अस्पताल बुंडू में पदस्थापित चिकित्सक डॉ उपेंद्र दास से अपराधी अखिलेश सिंह के नाम रंगदारी मांगी गयी थी. गिरफ्तार युवकों में विशाल कुमार (20 वर्ष), शुभम यादव (21 वर्ष) और शिवम कुमार […]
रांची: रांची पुलिस की टीम ने 50 लाख रंगदारी मांगने के आरोप में मास्टर माइंड सहित तीन युवकों को गिरफ्तार किया है. अनुमंडलीय अस्पताल बुंडू में पदस्थापित चिकित्सक डॉ उपेंद्र दास से अपराधी अखिलेश सिंह के नाम रंगदारी मांगी गयी थी. गिरफ्तार युवकों में विशाल कुमार (20 वर्ष), शुभम यादव (21 वर्ष) और शिवम कुमार (20 वर्ष) का नाम शामिल है. तीनों युवक जमशेदपुर के परसुडीह थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं. सभी की गिरफ्तारी मानगो बस स्टैंड से हुई है. गिरफ्तार युवकों के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त दाे मोबाइल और सिम कार्ड बरामद कर लिया है. यह जानकारी शनिवार को सदर थाना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में सदर डीएसपी सह रांची पुलिस के प्रवक्ता विकास चंद्र श्रीवास्तव ने दी.
डीएसपी के बताया कि डॉ उपेंद्र दास बीआइटी मेसरा थाना क्षेत्र के गौतम ग्रीन सिटी के रहनेवाले हैं. उनके पास गत 15 फरवरी को दो मोबाइल नंबर से फोन आया. फोन करनेवाले ने अपराधी अखिलेश सिंह के नाम पर डॉ उपेंद्र दास से 50 लाख की रंगदारी मांगी. रंगदारी नहीं देने पर उनके पुत्र का अपहरण कर जान से मारने की धमकी दी. डॉ उपेंद्र दास ने डरते हुए घटना की जानकारी 17 फरवरी को पुलिस को दी. उनकी शिकायत पर बीआइटी ओपी में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया. इस बीच फोन करनेवाले अपराधी डॉ उपेंद्र दास से रुपये के लिए संपर्क करते रहे.
बाद में एक लाख और फिर 80 हजार रंगदारी लेने की बात पर अपराधियों ने समझौता किया. अपराधियों ने डॉ उपेंद्र दास को रुपये लेकर शुक्रवार को पहले दिउड़ी मंदिर के पास बुलाया, लेकिन अपराधी वहां नहीं पहुंचे. बाद में अपराधियों ने फोन कर किसी बस चालक के जरिये मानगो बस स्टैंड तक रुपये भेजने के लिए कहा. जब पुलिस मानगो स्थित बस स्टैंड पहुंची, तब वहां दो अपराधी विशाल और शिवम मिले. दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. उनकी निशानदेही पर घटना की योजना तैयार करनेवाले मास्टर माइंड शुभम यादव को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. विशाल ने 12वीं तक की पढ़ाई की है. इसके बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी है. शिवम आइटीआइ पास और शुभम यादव आलू का व्यवसायी है. अपराधी अखिलेश सिंह के साथ तीनों का कोई संपर्क या संबंध नहीं है. तीनों का पहले से कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है.
पैसे के लालच में तैयार की योजना
सदर डीएसपी के अनुसार डॉ उपेंद्र दास का पुत्र करीब एक माह पूर्व जमशेदपुर अपने दोस्त से मिलने गया था. वहां उसकी बाइक खराब हो गयी, तब डॉ उपेंद्र दास को उनके पुत्र ने फोन कर बाइक बनाने के लिए रुपये की मांग की. इसके बाद डॉ उपेंद्र दास ने तुरंत अपने पुत्र के दोस्त विशाल हेम्ब्रम के एकाउंट में 17 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिये. विशाल से यह जानकारी मिलने के बाद शुभम यादव ने समझा कि चिकित्सक अपने पुत्र के लिए कुछ भी कर सकते हैं. वह अपने पुत्र की जान बचाने के लिए रंगदारी के रूप में मोटी रकम भी दे सकते हैं. इसके बाद शुभम यादव ने अपने दो दोस्त के साथ मिल कर घटना को अंजाम देने की योजना तैयार की.