राज्य के 80 स्कूल बनेंगे उत्कृष्ट विद्यालय, अंग्रेजी माध्यम से होगी पढ़ाई

राज्य के 80 विद्यालयों को उत्कृष्ट विद्यालय बनाया जायेगा. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. शिक्षा विभाग द्वारा इस आशय का प्रस्ताव तैयार किया गया है. इसके तहत 25 स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होगी.

By Prabhat Khabar | August 12, 2020 3:56 AM

रांची : राज्य के 80 विद्यालयों को उत्कृष्ट विद्यालय बनाया जायेगा. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. शिक्षा विभाग द्वारा इस आशय का प्रस्ताव तैयार किया गया है. इसके तहत 25 स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई होगी. इसमें सभी जिला विद्यालयों को शामिल किया गया है. साथ ही पर्याप्त जमीन वाले राजकीय विद्यालयों को भी चिह्नित किया गया है, ताकि विद्यालय को आवश्यकता अनुरूप संसाधन युक्त बनाया जा सकेगा. इनमें प्लस टू तक की पढ़ाई शुरू की जायेगी.

राजधानी रांची के दो स्कूलों का किया गया है चयन : उक्त योजना में राजधानी रांची के दो विद्यालयों को शामिल किया गया है. इसके अलावा हर जिले के एक बालिका विद्यालय को भी उत्कृष्ट विद्यालय बनाया जायेगा. पहले ऐसे बालिका विद्यालय का चयन होगा, जहां पर्याप्त भूमि और संसाधन उपलब्ध हैं. जिन जिलों में विद्यालय नहीं है, वहां के एक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को इसमें शामिल किया जायेगा. नगर निगम व नगर पंचायत में भी एक-एक विद्यालय को उत्कृष्ट विद्यालय बनाया जायेगा. राज्य में कुल 49 विद्यालयों को इसमें शामिल किया जायेगा. प्रमंडल स्तर पर एक-एक विद्यालय को भी उत्कृष्ट विद्यालय बनाया जायेगा.

  • राज्य के सभी जिला स्कूल बनेंगे उत्कृष्ट

  • सभी जिलों में एक-एक बालिका विद्यालय भी चिह्नित किये गये

  • स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव

संसाधनयुक्त होंगे सभी विद्यालय : इनमें से 25 विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई होगी. इन विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाने वाले शिक्षक प्रतिनियुक्त किये जायेंगे. सभी विद्यालयों में आवश्यकता अनुरूप भवन, पुस्तकालय, प्रयोगशाला की व्यवस्था की जायेगी. विद्यालयों में सभी विषयों के शिक्षक छात्र संख्या के अनुरूप प्रतिनियुक्त किये जायेंगे. खेलकूद की भी व्यवस्था हो इसका ध्यान रखा जायेगा.

प्रत्येक पंचायत में एक-एक स्कूल : राज्य के प्रत्येक पंचायत में भी एक-एक विद्यालय को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित करने की योजना है. इसके लिए भी प्रस्ताव तैयार दिया गया है. इन स्कूलों को लीडर स्कूल का नाम दिया गया है. इन स्कूलों में शिक्षकों के कुल स्वीकृत पद, वर्तमान में कार्यरत शिक्षक व रिक्त पद का रिपोर्ट तैयार कर ली गयी है. इनमें से कितने स्कूलों में प्रधानाध्यापक नहीं है इसकी भी जानकारी ली गयी है.

Post by: Pritish Sahay

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