दिल्ली पुलिस ने किया बड़ा खुलासा, जानिए कौन कर रहा है दीप सिद्धू के फेसबुक पर वीडियो पोस्ट

26 जनवरी को किसान की ट्रैक्टर रैली में हिंसा और लाल किले में तिरंगे को उतारकर उसकी जगह दूसरा झंडा फहराने का आरोपी दीप सिद्धू का पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा है. इधर, दीप सिद्धू के फेसबुक अकाउंट से लगातार वीडियो डाले जा रहे हैं, जिसमें वह किसान नेताओं और आंदोलन को लेकर बयानबाजी कर रहा है.

By Prabhat Khabar Print Desk | February 6, 2021 2:27 PM

26 जनवरी को किसान की ट्रैक्टर रैली में हिंसा और लाल किले में तिरंगे को उतारकर उसकी जगह दूसरा झंडा फहराने का आरोपी दीप सिद्धू का पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लग रहा है. इधर, पुलिस ने दीप सिद्धू पर एक लाख रुपये का इनाम भी रखा है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल रहा है. इन सबके बीच सबसे गौर करने वाली बाद यह है कि दीप सिद्धू सोशल मीडिया पर एक के बाद एक वीडियो पोस्ट कर रहा है, लेकिन पुलिस उसका पता नहीं लगा पा रही है.

गौरतलब है कि लालकिले में उपद्रव के बाद दीप सिद्धू फिल्मी अंदाज में फरार हो गया. और लाख कोशिश के बाद भी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा है. दीप सिद्धू कहां छिपा है पुलिस इसका पता लगाने में पूरी तरह असफल है. दीप सिद्धू की तलाश में क्राइम ब्रांच की कई टीमें पंजाब में छापेमारी कर रही हैं, लेकिन दीप सिद्धू अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.

इधर, दीप सिद्धू के फेसबुक अकाउंट से लगातार वीडियो डाले जा रहे हैं, जिसमें वह किसान नेताओं और आंदोलन को लेकर बयानबाजी कर रहा है. इधर, दिल्ली पुलिस का कहना है कि दीप सिद्धू अपने फेसबुक अकाउंट ऑपरेट नहीं कर रहा है, बल्कि उसकी एक महिला मित्र उसका अकाउंट हैंडल कर रही है. बता दें, दिल्ली हिंसा का आरोपी दीप सिद्धू कई बार सफाई देने के लिए सोशल मीडिया साइट्स में वीडियो अपलोड कर रहा है.

वहीं, अभी तक लकीर पीट रही दिल्ली पुलिस ने दावा किया है कि वो दीप सिद्धू को जल्द गिरफ्तार कर लेगी. पुलिस ने अपनी सफाई में यह भी कहा के दीप सिद्धू सिर्फ वीडियो बनाना है, वीडियो बनाकर वो अपना एक महिला मित्र को भेजता है वहीं उसे पोस्ट करती है. हालांकि पुलिस दीप सिद्धू की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है.

बता दें, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों ने ट्रैक्टर परेड के दौरान पूरी दिल्ली में जमकर प्रदर्शन किया था. इस दौरान लाल किले पर एक धार्मिक झंडा भी फहराया गया था. वहीं, दिल्ली हिंसा में करीब 3 सौ से पुलिसकर्मी घायल भी हुए थे.

Also Read: Kisan Chakka Jam: दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड को छोड़ देशव्यापी चक्का जाम, दिल्ली नाकों पर 50,000 जवान तैनात

Posted by: Pritish Sahay

Next Article

Exit mobile version