नालंदा: रामनवमी जुलूस में करीब दो घंटों तक होता रहा उपद्रव, गोलीबारी की सूचना के बाद भी आराम फरमाती रही पुलिस

नालंदा: रामनवमी जुलूस में करीब दो घंटों तक उपद्रव चला. बिहारशरीफ में रामनवमी जुलूस पर फायरिंग की सूचना भी पुलिस को दी गयी लेकिन तुरंत एक्शन लेने के बदले पुलिसकर्मी आराम फरमाते रहे. जानिए आरोप...

By Prabhat Khabar Print Desk | April 1, 2023 10:30 AM

Violence in bihar: बिहार में रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान कई जगहों पर हिंसक झड़प हुई. नालंदा और सासाराम के हालात अधिक बिगड़ गए हैं. दोनों जगह धारा 144 लागू किया गया है. जबकि इंटरनेट सेवा भी बंद कर दिया गया है. लोगों से अपील की गयी है कि वो घरों में रहें. चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती है. वहीं पुलिस मुख्यालय भी पल-पल का अपडेट ले रहा है.

लगभग दो घंटों तक होता रहा उपद्रव

रामनवमी की शोभायात्रा निकली थी, लोग आगे जा रहे थे. लहेरी थाना क्षेत्र के गगन दीवान मुहल्ले के पास दो गुटों के बीच झड़प हो गयी. लगभग दो घंटों तक उपद्रव होता रहा. इस दौरान दो गुटों में जम कर पथराव हुए. इसके बाद गोलीबारी भी हुई. उपद्रवियों की फायरिंग में पांच लोग घायल हो गये, जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है. इस दौरान उपद्रवियों ने दर्जनों वाहनों को आग के हवाले कर दिया. इस घटना के बाद पूरे शहर में अफरातफरी मच गयी. हालांकि जिला और पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचे और हालात को नियंत्रित किया.

Also Read: बिहारशरीफ में रामनवमी जुलूस पर पथराव व फायरिंग, 5 लोगों को लगी गोली, धारा-144 लागू, इंटरनेट सेवा बंद
गोलीबारी की सूचना देने के बाद नहीं पहुंची पुलिस

उपद्रवियों की ओर से की फायरिंग में एक युवक घायल हो गया. इसके बाद 50 से अधिक लोग लहेरी थाने के पास जमा हो गये और पुलिस को वहां तैनात करने की मांग की. इस दौरान लहेरी थाना में मौजूद दर्जनों पुलिसकर्मी मौजूद थे. लेकिन, घटनास्थल की ओर रवाना नहीं हुए. लोग पुलिस को भेजने की गुहार लगाते रहे, लेकिन मौके पर पुलिस पदाधिकारी बार-बार यही कहते रहे कि पुलिस आ रही है.

थाने के करीब ही हुई घटना

लहेरी थाने से घटनास्थल की दूरी महज सौ से डेढ़ सौ मीटर थी. लेकिन पुलिस अधिकारी ने इस पर ध्यान नहीं दिया. थाने में तैनात एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पेट्रोल पंप के समीप अगलगी की घटना हुई है. दूसरे छोर पर कई पुलिस पदाधिकारी पहुंचे थे. लोगों का कहना है कि उपद्रव के दाैरान पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे.

Next Article

Exit mobile version