तिरहुत रेंज के आईजी शिवदीप लांडे की नजर भू माफियाओं पर, बोले-किसी को नहीं छोड़ूंगा
तिरहुत रेंज के आईजी शिवदीप लांडे ने पदभार ग्रहण करते हुए कहा था कि मुजफ्फरपुर में संगठित अपराध को खत्म करने पर फोकस रहेगा. मुजफ्फरपुर के साथ वैशाली, शिवहर व सीतामढ़ी में भी क्राइम कंट्रोल फोकस रहेगा. अब यहां से काम करने का सिलसिला शुरू हुआ है. उनका फोकस हमेशा क्राइम कंट्रोल पर रहा है.
मुजफ्फरपुर. तिरहुत रेंज के नवनियुक्त आईजी शिवदीप लांडे ने की नजर अब इलाके के भू माफियाओं पर अटक गयी है. तिरहुत रेंज के सभी चार जिलों की अपराध की समीक्षा के दौरान उन्होंने पाया कि जमीन को लेकर सबसे अधिक अपराध हो रहे हैं और इलाके में भू माफियाओं का दबदबा है. तिरहुत रेंज के आईजी शिवदीप लांडे ने पदभार ग्रहण करते हुए कहा था कि मुजफ्फरपुर में संगठित अपराध को खत्म करने पर फोकस रहेगा. मुजफ्फरपुर के साथ वैशाली, शिवहर व सीतामढ़ी में भी क्राइम कंट्रोल फोकस रहेगा. अब यहां से काम करने का सिलसिला शुरू हुआ है. उनका फोकस हमेशा क्राइम कंट्रोल पर रहा है.
अपराधियों पर पुलिस की पैनी नजर
एसएसपी कार्यालय में की गई इस समीक्षा में उन्होंने रूटीन अपराध, साइबर अपराध और भू माफिया द्वारा संगठित अपराध को अलग अलग नजरिए से वर्गीकृत कर आगे की रणनीति तैयार की है. समीक्षा बैठक के बाद स्थानीय पत्रकारों से बात करते हुए पुलिस महानिरीक्षक शिवदीप लांडे ने कहा कि मुजफ्फरपुर में संगठित अपराध फिलहाल नहीं चल रहे हैं. भू- माफियाओं का एक रैकेट है, जो यहां सक्रिय है. इसको लेकर सीडीपीओ स्तर पर स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि अगर भू माफियाओं से किसी भी पुलिस पदाधिकारी का आंतरिक या बाह्य संबंध पाया जाता है तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.
ड्रग्स को लेकर शिवदीप लांडे का बयान
तिरहुत रेंज के आईजी शिवदीप लांडे ने कहा कि इस मामले में कोई भी पहुंच पैरवी भी काम नहीं आने वाली है. मैं खुद आगे बढ़कर इस पर कार्रवाई करूंगा. जिले में अपराध को लेकर समीक्षात्मक बैठक की गई थी, जिसमें एसएसपी राकेश कुमार, सीटी एसपी अरविंद प्रताप सिंह, सहायक एसपी के साथ अपराध के कल्चर और चुनौतियों को लेकर चर्चा की गई. वहीं शिवदीप लांडे ने कहा कि फिलहाल ऐसा प्रतीत नहीं होता है कि पुलिस ने बेहतर काम नहीं किया है. एसएसपी के कार्य को उन्होंने सराहा. उन्होंने ड्रग्स को लेकर स्पष्ट किया कि स्मोकिंग से शुरू ड्रग्स का कारोबार युवाओं को गलत की ओर बढ़ा रहा है. इसमें आवश्यक है कि उनके परिजन भी जागरूक करें.