टीका उत्सव का आगाज: बिहार में हो सकती है कोरोना वैक्सीन की कमी, नौ लाख डोज आए, 30 लाख और की मांग

जानलेवा वायरस कोरोना के खिलाफ देश में टीकाकरण अभियान चल रहा है. पीएम मोदी ने आज से टीका उत्सव शुरू करने का आगाज किया है. आज 11 अप्रैल यानि ज्योतिबा फुले जयंती से 14 अप्रैल यानि बाबा साहेब आंबेडकर जयंती तक टीका उत्सव चलेगा. टीका उत्सव के दौरान बिहार में कोरोना वैक्शीन की कमी हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते शुक्रवार को बिहार को केंद्र से कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड के नौ लाख डोज प्राप्त हुए थे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 11, 2021 2:33 PM

जानलेवा वायरस कोरोना के खिलाफ देश में टीकाकरण अभियान चल रहा है. पीएम मोदी ने आज से टीका उत्सव शुरू करने का आगाज किया है. आज 11 अप्रैल यानि ज्योतिबा फुले जयंती से 14 अप्रैल यानि बाबा साहेब आंबेडकर जयंती तक टीका उत्सव चलेगा. टीका उत्सव के दौरान बिहार में कोरोना वैक्शीन की कमी हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि बीते शुक्रवार को बिहार को केंद्र से कोरोना वैक्सीन कोविशिल्ड के नौ लाख डोज प्राप्त हुए थे.

स्टेट वैक्सीन हाउस ने इन्हें प्राप्त करने के बाद सभी जिलों को आवश्यकता के अनुसार भेज भी दिया था जिसका नतीजा ये हुआ कि शनिवार से वैक्सीनेशन की गति तेज हो गई है. इधर, बिहार सरकार ने टीका उत्सव को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए अपनी जरूरतों के मद्देनजर कोविड वैक्सीन की 30 लाख डोज उपलब्ध कराने की मांग केंद्र सरकार से की है.

बिहार में हर रोज औसतन वैक्सीन की दो से तीन लाख डोज की खपत हो रही है. ऐसे में कोरोना वैक्सीन के स्टॉक में कमी होने से टीका उत्सव प्रभावित हो सकता है. टीका उत्सव के तहत बिहार में प्रत्येक दिन वैक्सीन की करीब 4 लाख डोज लगाने का लक्ष्य है. ऐसे में अगले चार दिन में वैक्सीन के 16 लाख खुराक की जरूरत होगी.

इसके अलावा दैनिक रूप से जारी टीकाकरण को लेकर भी प्रतिदिन दो से तीन लाख से अधिक खुराक की जरूरत होगी. जबकि बिहार में अभी तीन से चार लाख डोज ही शेष बचा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वैक्सीन की मांग को लेकर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन के बीच बातचीत हुई है. जल्द ही बिहार को कोरोना वैक्सीन की अगली खेप मिल सकती है.

गौरतलब है कि कई राज्यों में कोरोना वैक्सीन की कम की खबर आई है. बिहार की राजधानी पटना में भी बीते दिनों कई लोग बिना वैक्सीऩ लिए ही केंद्र से वापस लौट गए. बिहार में करोना मामले के बढ़ने के साथ ही कोरोना जांच और वैक्सिनेशन की प्रक्रिया में तेज आ गई है.

Posted By: Utpal kant

Next Article

Exit mobile version