Tejashwi Yadav पत्नी Rajshree के साथ शादी के बाद पहली बार जाएंगे अपने गांव, जानें क्या हो रहे हैं इंतजाम
Tejashwi Yadav पत्नी Rajshree के साथ शादी के बाद पहली बार जाएंगे अपने पैतृक गांव फुलवरिया जाएंगे. उपमुख्यमंत्री वहां दो दिनों तक रहेंगे. इसे लेकर फुलवरिया में तैयारी जोरों पर चल रही है. बताया जा रहा है कि 24 सितंबर अपने गांव पहुंच रहे हैं.
Tejashwi Yadav पत्नी Rajshree के साथ शादी के बाद पहली बार जाएंगे अपने पैतृक गांव फुलवरिया जाएंगे. उपमुख्यमंत्री वहां 24 सितंबर को पहुंचेंगे और दो दिनों तक रहेंगे. इसे लेकर गांव में तैयारी जोरों पर चल रही है. बताया जा रहा है कि कोई मकान का रंग-रोगन करने में लगा है तो कोई सड़कों की मरम्मति करा रहा है. हर तरफ तैयारी चल रही है. फुलवरिया गांव का दुल्हन की तरह सजाया-संवारा जा रहा है क्योंकि इस गांव के लाल और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपनी धर्म पत्नी राजश्री के साथ घर आ रहे हैं. फुलवरिया की बहू राजश्री पहली बार अपनी ससुराल आ रहीं हैं. लिहाजा स्वागत में कोई कमी नहीं रहे इसलिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही है.
तेजस्वी यादव दो दिवसीय दौर पर गांव पहुंच रहे हैं. यहां लालू प्रसाद के द्वारा स्थापित किये गये पंच मंदिर और थावे दुर्गा मंदिर में पत्नी राजश्री के साथ विधिवत पूजा-अर्चना करेंगे. लालू प्रसाद के स्वस्थ्य होने की कामना के लिए विशेष पूजा-अर्चना होगी. साथ ही परिजनों और गांव के बुजुर्गों से आशीर्वाद लेंगे. 25 सितंबर को फुलवरिया प्रखंड कार्यालय का निरीक्षण कर लोगों की समस्याएं सुनेंगे. वहीं डिप्टी सीएम के पहुंचने की सूचना पर गोपालगंज के जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने पुलिस कप्तान आनंद कुमार के साथ सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिए.
Also Read: Lalu Yadav ने RJD की बैठक में कहा, नीतीश के साथ सोनिया गांधी से करूंगा मुलाकात, 2024 उखड़ जाएगी भाजपा गांव में चल रहा रंग रोगनLalu Yadav ने अपने गांव में फुलवरिया रेफरल अस्पताल बनवाया था उसकी व्यवस्था दुरूस्त की जा रही है है. इसके साथ ही फुलवरिया गांव के तोरणद्वार और लालू प्रसाद जिस चबूतर पर बैठकर लोगों की समस्याएं सुनते थे, उसका भी सौंदर्यीकरण का काम प्रशासन के द्वारा किया जा रहा है. गांव के सड़कों को भी दुरूस्त किया जा रहा है. हेलीकॉप्टर से आएंगे तेजस्वी व राजश्री- मुख्यमंत्री रहते हुए लालू प्रसाद जब भी अपने गांव फुलवरिया गए, हेलीकॉप्टर से ही गए. लिहाजा फुलवरिया गांव में पहले से ही स्थायी रूप से हेलीपैड बनाया गया है.
