ऐतिहासिक दिन : पीएम ने किया अमहा पिपरा-सुपौल नवनिर्मित रेलखंड का लोकार्पण
पहले दिन 193 यात्रियों ने खरीदी टिकट
– वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर स्पेशल ट्रेन का किया उद्घाटन – पहले दिन 193 यात्रियों ने खरीदी टिकट – उद्घाटन समारोह को लेकर सुरक्षा के किये गये थे पुख्ता इंतजाम पिपरा. जिलेवासियों को गुरुवार के दिन एक और बड़ी सौगात मिली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमहा पिपरा-सुपौल नवनिर्मित रेलखंड का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया. इस ऐतिहासिक अवसर पर पीएम उद्घाटन स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. पहलगाम में हुए आतंकी हमले के कारण कार्यक्रम में कुछ बदलाव किए गये थे. जिसके चलते उद्घाटन समारोह सामान्य रूप से आयोजित किया गया. हालांकि स्टेशन को स्पेशल ट्रेन को भी विशेष रूप से सजाया गया था. इस ऐतिहासिक पल का सैकड़ों लोग गवाह बनें. आम यात्रियों को टिकट लेकर उद्घाटन ट्रेन से यात्रा करने का पहले दिन मौका मिला. कार्यक्रम की निगरानी और समन्वय के लिए डिप्टी चीफ इंजीनियर को नोडल अधिकारी नियुक्त किये गये थे. 12:24 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अमहा पिपरा रेलवे स्टेशन से उद्घाटन स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर सहरसा के लिए रवाना किया. इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बने हजारों स्थानीय नागरिक, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. स्टेशन परिसर में रेलवे अधिकारियों, स्थानीय प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और मीडिया कर्मियों की भी उपस्थिति रही. समारोह की सादगी आतंकवादियों के पहलगाम हमले को ध्यान में रखते हुए रखी गई, फिर भी लोगों में उत्साह की कोई कमी नहीं थी. रेलवे की ओर से दो इंजनों वाली इस उद्घाटन स्पेशल ट्रेन को लोको पायलट प्रदीप कुमार चला रहे थे. जबकि गार्ड करण कुमार और टीटीई की भूमिका में उपस्थित थे. स्टेशन का संपूर्ण प्रबंधन प्रभारी स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार की देखरेख में रहा. वहीं बुकिंग काउंटर पर सौरव कुमार और निरंजन कुमार की ड्यूटी थी. इसके साथ ही ललितग्राम बाइपास रेलखंड का भी लोकार्पण किया गया. जिससे क्षेत्रीय रेल संपर्क को और मजबूती मिलेगी. यह दिन सुपौल और आसपास के क्षेत्रवासियों के लिए गर्व और खुशी का दिन था. रेल लाइन चालू होने से इस क्षेत्र के व्यवसायियों एवं किसानों को काफी सहुलियत होगी और रोजगार के भी नये अवसर खुलेंगे. प्रशासन की रही चाक-चौबंद व्यवस्था समस्तीपुर मंडल से विशेष रूप से नियुक्त नोडल पदाधिकारी पंकज कुमार, मनोज कुमार पासवान, एई अंबुज कुमार सिन्हा और सेक्शन इंजीनियर अमितेश कुमार पूरी व्यवस्था में मुस्तैद रहे. आरपीएफ बल भी स्टेशन परिसर में तैनात रहा. राजस्व पदाधिकारी सुभाष चंद्र चौधरी और थाना अध्यक्ष राजेश कुमार झा ने विधि-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखा. महिलाओं ने किया इंजन की पूजा, उमड़ा जनसैलाब ट्रेन रवाना होने से पहले महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से फूल, अक्षत, धूप और अगरबत्तियों के साथ रेल इंजन की पूजा कर सुखद व सुरक्षित यात्रा की कामना की. स्टेशन पर सवेरे से ही लोगों का तांता लग गया था. एक बड़ी स्क्रीन पर मधुबनी से कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया. नई ट्रेन सेवा की समय-सारणी प्रभारी स्टेशन अधीक्षक अनिल कुमार ने जानकारी दी कि स्पेशल ट्रेन के लिए कुल 193 टिकट बेचे गए. जिससे 2935 का राजस्व प्राप्त हुआ. नई समय सारणी के अनुसार शुक्रवार से यह ट्रेन सुबह 6:00 बजे अमहा पिपरा से खुलेगी, 6:10 पर थुमहा, 6:50 पर सुपौल और 8:50 पर सहरसा पहुंचेगी. वापसी में ट्रेन दोपहर 2:05 पर सहरसा से रवाना होकर संध्या 5:00 बजे पिपरा पहुंचेगी. स्वास्थ्य सुविधा भी रही तत्पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मिथिलेश कुमार सिंह एवं रोगी कल्याण समिति के सदस्य डॉ बीबी सिंह के नेतृत्व में मेडिकल टीम और एंबुलेंस स्टेशन पर पूरी तरह तैयार रही. यह नई ट्रेन सेवा न केवल इस क्षेत्र की विकास यात्रा को गति देगी, बल्कि ग्रामीणों को बेहतर कनेक्टिविटी भी प्रदान करेगी. यह दिन पिपरा की प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ. स्थानीय लोगों में खुशी की लहर अमहा निवासी रंजीत मंडल ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि आज गांव से ट्रेन की यात्रा करना एक सपना साकार होने जैसा है. कभी सोचा नहीं था कि हमारे गांव में स्टेशन बनेगा. लेकिन अब यह सपना हकीकत में सफल हो गयी. आस-पास के सभी ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी गर्व और विकास का प्रतीक है. – तेतराही निवासी शैलेंद्र चौधरी ने कहा कि वर्षों का सपना आज पूरा हुआ. जब उद्घाटन ट्रेन का टिकट लेकर पहली बार सुपौल जा रहा हूं तो दिल से बहुत खुशी हो रही है. अपने घर से ट्रेन पर बैठकर जिला मुख्यालय जाना का एक नया अनुभव महसूस कर रहा हूं. यह मेरे लिए काफी सुखद है. – पिपरा बाजार निवासी 70 वर्षीय योगेंद्र मंडल ने भावुक होकर कहा कि मेरी उम्र 70 साल हो गई, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि पिपरा से ट्रेन चलेगी. आज वह सपना पूरा हो गया. जिंदगी के अंतिम पड़ाव पर पहुंचने के बाद बचपन में देखा गया सपना आज पूरा हुआ. मेरे लिए इससे सुखद दिन और क्या हो सकता है. – तेतराही निवासी प्रमोद खां ने बताया कि स्टेशन बनने के लिए हमारी जमीन गई. लेकिन अब जब घर के पास ही स्टेशन बना है तो गर्व और खुशी दोनों महसूस हो रही है. इस रेलखंड के बन जाने से आने वाले समय में यहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा. इतना ही नहीं अब देश के विभिन्न जगहों पर जाने के लिए दूसरे जगह का चक्कर नहीं काटना होगा. – मो अलीम ने खुशी जताते हुए कहा कि पिपरा से टिकट लेकर उद्घाटन ट्रेन से सुपौल जा रहा हूं, यह मेरे लिए गर्व का क्षण है. इस रेल सेवा की शुरुआत से जहां क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बल मिलेगा, वहीं आम जनजीवन में भी सुखद बदलाव आएगा.
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