जिले में हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ
सूर्य को अर्घ देकर व्रतियों ने की सुख शांति की कामना
– सूर्य को अर्घ देकर व्रतियों ने की सुख शांति की कामना सुपौल. सूर्योपासना का चार दिवसीय महापर्व छठ जिले में हर्षोल्लास व शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो गया. मंगलवार को श्रद्धालुओं ने विभिन्न नदियों, तालाबों व पोखरों में पारंपरिक तौर से सजे घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ अर्पित किया. तड़के सुबह से ही श्रद्धालुओं व छठ व्रतियों का जत्था घाटों पर उमड़ने लगा. घाटों व घरों में अहले सुबह से ही छठी मैया के गीत वातावरण में गूंजने लगे थे. शहर के गांधी मैदान, बीआरसी भवन, भुतही पोखर, चकला निर्मली, शनि मंदिर, एसपी आवास, विलियम्स पोखर, डीएम आवास के पीछे सहित अन्य पोखरों में करीब चार घंटे तक उत्सव का माहौल बना रहा. सुबह करीब तीन बजे से ही लोग घाटों पर पहुंचने लगे थे. सूर्योदय से घंटों पहले से ही छठव्रती पानी में हाथ जोड़े भगवान भास्कर का इंतजार करने लगे थे. पूरब की दिशा में 05 बजकर 50 मिनट पर जैसे ही हल्की लालिमा दिखी, व्रतियों ने भगवान भास्कर को अर्घ देने का सिलसिला शुरू कर दिया. सभी व्रतियों के चेहरे पर असीम श्रद्धा और मन में अटूट आस्था दिखी. जहां छठ व्रतियों ने सुख शांति, समृद्धि व स्वास्थ्य की मंगलकामनाएं की. जहां संध्याकालीन व उदीयमान अर्घ के दौरान हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूजा व प्रसाद सामग्री अपने कंधे व माथे पर लेकर आते-जाते नजर आए. शुक्रवार की सुबह भगवान भाष्कर को अर्घ देने के बाद व्रतियों ने अपने 36 घंटे के उपवास को समाप्त किया. पर्व को लेकर बच्चों में भी खासा उत्साह था. बच्चों ने इस दौरान छठ घाटों पर जम कर आतिशबाजी भी की. आवासीय परिसर में भी मनाया गया छठ का पर्व छठ महापर्व को लेकर अधिकांश श्रद्धालुओं ने तालाब व नदियों किनारे छठी मैया की पूजा-अर्चना की. वहीं भीड़ से बचाव को लेकर कई श्रद्धालुओं ने अपने घर के परिसर में ही गड्ढ़ा खोद कर अस्थायी तालाब निर्माण कर पूजा-अर्चना की. इन घाटों को भी रंग-बिरंगे फूलों व बिजली की लड़ियों से सजाया गया था. सुरक्षा का था पुख्ता प्रबंध छठ महापर्व को लेकर प्रशासन द्वारा सुरक्षा का व्यापक बंदोबस्त किया गया था. पूर्व में घाटों की साफ-सफाई करायी गयी थी. नगर परिषद के कर्मी देर शाम तक घाटों व रास्तों की साफ-सफाई करते नजर आए. प्रशासन द्वारा अधिकांश छठ घाटों पर सुरक्षा के लिए पुलिस बल व एनडीआरएफ टीम की तैनाती की गयी थी, वहीं कपड़े बदलने के लिए चेंजिंग रूम भी बनाए गये थे. अधिकारियों द्वारा घाटों का लगातार निरीक्षण कर रहे थे. ट्रैफिक व्यवस्था थी चुस्त दुरूस्त पर्व को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा शहर में व्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ किया गया था. शहर के सभी प्रवेश द्वार पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. वहीं शहर के सभी चौक-चौराहे पर पुलिस बल तैनात थी. जिनके द्वारा शहर में भारी वाहनों का प्रवेश पर रोक लगायी जा रही थी. वहीं महावीर चौक से स्टेशन रोड को वन वे रखा गया था.
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