सीवान के मैरवा अस्पताल में किन्नरों का हंगामा, रेबीज इंजेक्शन के लिए 5 हजार रुपये मांगने का आरोप

Bihar News: सिवान के मैरवा रेफरल अस्पताल में किन्नरों ने जमकर हंगामा किया है. आरोप है कि रेबीज इंजेक्शन के लिए आधार कार्ड नहीं देने पर स्टाफ ने 5000 रुपये की मांग की. किन्नरों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में बिना आधार कार्ड इलाज क्यों नहीं हो सकता?

By Abhinandan Pandey | March 1, 2025 1:15 PM

Bihar News: सीवान जिले के मैरवा रेफरल अस्पताल में शुक्रवार को उस वक्त हंगामा मच गया जब किन्नरों की एक टोली रेबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंची. आरोप है कि अस्पताल के स्टाफ ने आधार कार्ड न होने पर 5000 रुपये की मांग कर दी, जिससे किन्नरों ने नाराज होकर जमकर बवाल काटा.

मिली जानकारी के मुताबिक, बिल्ली के काटने के बाद किन्नर अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन जब उन्होंने काउंटर पर इंजेक्शन के लिए आवेदन किया, तो स्टाफ ने आधार कार्ड मांगा. किन्नरों का आरोप है कि आधार कार्ड न देने पर उनसे पैसे मांगे गए, जिसके बाद उन्होंने विरोध शुरू कर दिया.

https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2025/03/WhatsApp-Video-2025-03-01-at-12.37.06.mp4

अस्पताल प्रशासन ने किया इनकार

अस्पताल प्रशासन का कहना है कि डॉग बाइट के मरीजों को रेबीज का इंजेक्शन देने के लिए आधार कार्ड जरूरी होता है. वहीं, किन्नरों का कहना है कि सरकारी अस्पताल में बिना आधार कार्ड इलाज क्यों नहीं हो सकता? इस घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई और स्टाफ तथा किन्नरों के बीच तीखी बहस हो गई. किन्नरों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में उनसे जबरन पैसे मांगे गए, जबकि डॉक्टरों का कहना है कि नियमानुसार आधार कार्ड जरूरी होता है.

अब इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे अस्पताल प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं. क्या सरकारी अस्पताल में बिना आधार कार्ड के मरीजों को इलाज नहीं मिलेगा? इस घटना ने व्यवस्था पर एक बार फिर बहस छेड़ दी है.

https://www.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/2025/03/WhatsApp-Video-2025-03-01-at-12.37.07.mp4

पढ़ें प्रभात खबर की प्रीमियम स्टोरी: हिंदू रानियां राजनीतिक समझौते की वजह से मुगल हरम तक पहुंचीं, लेकिन नहीं मिला सम्मान