घर से बुला युवक की हत्या, खेत में मिला शव

बड़हरिया : थाना क्षेत्र के कुवहीं गांव के एक युवक की लाठी-डंडे से पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी. घटना मंगलवार की देर रात घटी है. मृतक कुवहीं गांव के स्व. जनार्दन सिंह उर्फ फगुनी सिंह का पुत्र संदीप कुमार सिंह (25) है. रात्रि करीब 11 बजे कुछ लोगों ने फोन कर उसे घर से […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 13, 2019 4:11 AM

बड़हरिया : थाना क्षेत्र के कुवहीं गांव के एक युवक की लाठी-डंडे से पीट-पीट कर हत्या कर दी गयी. घटना मंगलवार की देर रात घटी है. मृतक कुवहीं गांव के स्व. जनार्दन सिंह उर्फ फगुनी सिंह का पुत्र संदीप कुमार सिंह (25) है. रात्रि करीब 11 बजे कुछ लोगों ने फोन कर उसे घर से बुलाया था. संदीप अपनी मां लक्ष्मीना कुंवर व पत्नी सुमित्रा देवी से यह कहकर बाहर निकला कि मैं तुरंत वापस आ रहा हूं. जब वह वापस नहीं आया तो उसकी खोजबीन शुरू हुई.

उसका शव कुवहीं के पश्चिम सहबाचक-लौवान जाने वाली बाइपास सड़क के नेटुआ वीर बाबा के स्थान के पास खेत में देखा गया. बुधवार की अहले सुबह शौच करने गयी महिलाओं ने शव की पहचान की. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, सीवान भेज दिया.
पड़ोसी व जदयू नेता बबलू सिंह, चाचा त्रिभुवन सिंह आदि का कहना है कि उसकी हत्या दूसरी जगह कर दी गयी है व लाश को यहां लाकर फेंक दिया गया है. उसके शरीर पर जख्म के निशान हैं. वहां से सिम निकाला हुआ मोबाइल, बाइक मिली है. थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की सच्चाई सामने आ सकेगा. मोबाइल से सीडीआर निकाला जा रहा है. जल्द ही इस मामले का खुलासा हो जायेगा.
अज्ञात फोन आने पर निकला था घर से : हत्या की प्राथमिकी उसकी मां ने दर्ज करायी है. उसने आवेदन में कहा है कि मंगलवार की रात्रि करीब 11 बजे उसके मोबाइल पर फोन आया. इसके बाद मेरा पुत्र बाइक से निकल गया. देर रात जब नहीं लौटा तो उसके मोबाइल पर फोन किया, परंतु संपर्क नहीं हो सका. दोनों मोबाइल बंद मिले. अहले सुबह गांव के पश्चिम उसका शव मिला. पास में बाइक पड़ी थी. जेब में मोबाइल था, परंतु सिम गायब था. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
संदीप के कंधे पर थी परिवार की जिम्मेदारी
संदीप कुमार विदेश में रहकर नौकरी करता था. 2018 में शादी के बाद विदेश नहीं गया था. वह विदेश जाने के लिए काम कराने के उद्देश्य से मुंबई व दिल्ली जाया करता था. अभी चार माह पूर्व वह दिल्ली से आया था. दरअसल, 10 वर्ष पूर्व उसके पिता की मौत हो गयी थी.
उसके बाद परिवार की जिम्मेदारी उसके कंधे पर आ गयी थी. इसलिए वह विदेश में रहकर नौकरी करता था. संदीप दो भाइयों व तीन बहनों में सबसे बड़ा था. छोटा भाई विकास कुमार सिंह विदेश रहता है. उसकी हत्या से पूरे गांव में मातमी सन्नाटा है. पत्नी सुमित्रा देवी, मां लक्ष्मीना व बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

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