पत्नी को मायके से बुलाने के लिए पिता पर दबाव बना रहा था पुत्र, मांग नहीं पूरी होने पर…

तरवारा : बिहार में सीवान जिले के जीवी नगर थाना क्षेत्र स्थित पचपकड़िया गांव में एक पुत्र ने अपने चौकीदार पिता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी. घटना शुक्रवार की देर रात की है. मृतक स्थानीय थाने में चौकीदार के पद पर कार्यरत था. विवाद का मुख्य कारण पुत्रवधू को ससुराल से नहीं बुलाना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 26, 2019 1:38 PM

तरवारा : बिहार में सीवान जिले के जीवी नगर थाना क्षेत्र स्थित पचपकड़िया गांव में एक पुत्र ने अपने चौकीदार पिता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी. घटना शुक्रवार की देर रात की है. मृतक स्थानीय थाने में चौकीदार के पद पर कार्यरत था. विवाद का मुख्य कारण पुत्रवधू को ससुराल से नहीं बुलाना था, जिसके लिए पुत्र अक्सर अपने पिता पर दबाव बना रहा था.

शुक्रवार की रात घटना उस समय हुई, जब 55 वर्षीय चौकीदार असगर सांईं का पुत्र खुर्शीद सांईं अपनी पत्नी को मायके से बुलाने के लिए पिता पर दबाव बना रहा था.उसकी मांग पर पिता ध्यान नहीं दे रहे थे. बताया गया है कि खुर्शीद सांईं एक माह पहले ही विदेश से आया था, जिसके बाद उसने पत्नी से मारपीट की थी. मारपीट की घटना के बाद पत्नी अपने पिता को बुलाकर मायके चली गयी. इसके बाद पत्नी को मायके से बुलाने के लिए खुर्शीद पिता पर दबाव बना रहा था. शुक्रवार की रात खाना खाने के बाद पिता-पुत्र के बीच पत्नी बुलाने को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि खुर्शीद ने दौड़ा-दौड़ाकर पिता को चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया.

घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गयी. हालांकि, ग्रामीणों का कहना था कि दोनों के बीच काफी समय से आपसी विवाद भी था. मृतक स्थानीय थाने में चौकीदार के पद पर कार्यरत था. घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने चौकीदार के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव काे सुपुर्द-ए-खाक किया गया. मृतक के तीन पुत्र खुर्शीद सांईं, जावेद आलम, जुनैद आलम और चार पुत्रियां क्रमश शहनाज खातून, अंबया खातून, समीमा खातून व गुलनाज खातून हैं. पत्नी शायदा खातून है.

शव शनिवार को जैसे ही घर पहुंचा तो बेटे और बेटियों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया. इस संदर्भ में थानाध्यक्ष अकील अहमद ने बताया कि मृत चौकीदार के हत्यारे पुत्र खुर्शीद सांईं की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा ही है.