सीवान में एक साथ उठीं सात अर्थियां, बिलख उठे लोग

सीवान : गोरेयाकोठी थाने के हरपुर टोला गांव के सात घरों से एक साथ िनकलीं सात अरथियों ने सब को रुला दिया. अंतिम संस्कार के लिए सभी ही शव श्मशान घाट ले जाये गये, जहां जेसीबी से गड्ढा खोदकर हरपुर टोला गांव के छह किशोरों के शवों को दफनाया गया. वहीं, एक शव को महमदपुर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 18, 2019 8:43 AM
सीवान : गोरेयाकोठी थाने के हरपुर टोला गांव के सात घरों से एक साथ िनकलीं सात अरथियों ने सब को रुला दिया. अंतिम संस्कार के लिए सभी ही शव श्मशान घाट ले जाये गये, जहां जेसीबी से गड्ढा खोदकर हरपुर टोला गांव के छह किशोरों के शवों को दफनाया गया.
वहीं, एक शव को महमदपुर गांव में जनाजे की नमाज के बाद कब्रिस्तान में दफनाया गया. हादसे से गमजदा गांव में सुबह से किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला. बताया जाता है कि गांव के ही शिव नारायण राम की पुत्री रेणु कुमारी के तिलक समारोह में शामिल होने पिकअप पर सवार होकर सभी मानपुर पतेजी गांव गये थे. शनिवार की रात लौटने के क्रम में सीवान-बसंतपुर मुख्य मार्ग पर ट्रक से टक्कर हो गयी.
आंखों देखा हाल बताते हुए कांप जा रहा था हरेंद्र : हादसे का प्रत्यक्षदर्शी हरेंद्र घटना को याद कर कांप रहा था. उसने बताया कि तिलक कार्यक्रम समाप्त होने के बाद हमलोग असांव थाने के मानपुर पतेजी गांव से रात करीब 12 बजे के बाद निकले. पिकअप को जाता देख गांव के 15 से 16 युवक व किशोर पिकअप के पीछे सवार हो गये. मैं भी आगे में किनारे बैठ गया. बीच में बैठे युवक ने मुझसे मोबाइल में लगे चिप की मांग की. मैंने मोबाइल से चिप निकाल देना चाहा, लेकिन नीचे गिर गया. मैं उठाने के लिए डैसबोर्ड के नीचे बीच में बैठ खोज रहा था.
इसी बीच जबर्दस्त आवाज हुई. मैं ऊपर उठा तो देखा कि मेरे बगल में बैठे युवक मर चुके हैं. चालक के कान से खून बह रहा था. भीड़ जमा होने लगी. लोग चालक को खोज रहे थे. मैंने सोचा कि मुझे चालक समझ लोग पिटाई न कर दें यह सोच लंगड़ाते हुए भीड़ का हिस्सा बन गया व वहां से भाग कर सिसई पहुंचा. वहां गांव का एक आदमी मिला, जो मुझे लेकर साढ़े तीन बजे के करीब गांव पहुंचा.

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