अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी, किसान चिंतित

चोरौत. विगत चार दिन से रुक रुक कर हो रही बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र के सभी नदियों के जलस्तर का बढ़ाव जारी है.

By Prabhat Khabar | September 26, 2020 3:51 AM

चोरौत. विगत चार दिन से रुक रुक कर हो रही बारिश के कारण प्रखंड क्षेत्र के सभी नदियों के जलस्तर का बढ़ाव जारी है. पड़ोसी देश नेपाल से आने वाली अधवारा समूह की रातो नदी में समुचित तटबंध नही रहने एवं धौंस नदी में मधुबनी जिला के मधवापुर प्रखंड क्षेत्र के ब्रह्मपुरी, बलवा, एवं अंदौली सहित विगत जुलाई माह में आई बाढ़ के समय टुटे तटबंध से पानी निकलने के कारण चोरौत भीट्ठामोड़ एनएच 104 पथ में डुमरबाना के समीप वर्षों से टुटे पुल के समीप बने डायवर्सन पर करीब तीन फीट पानी बह रहा है. आवागमन पूर्णतः बाधित हो गया है. वहीं, प्रखंड क्षेत्र के यदुपट्टी, परिगामा, एवं भंटावारी, चोरौत पूर्वी पंचायत के साथ प्रखंड के अन्य सरेह में तेजी से पानी का फैलाव जारी है. इसको लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है. स्थानीय श्याम ठाकुर, चंदेश्वर ठाकुर, गोविंद ठाकुर, राजकुमार साह, मनोज झा व राकेश राय समेत अन्य ने बताया कि अब फसल बर्बाद होना तय है. विगत जुलाई माह में आई बाढ़ के कारण खेत में लगाये गये धान का फसल बर्बाद होने के बाद पुनः बीचरा खरीद कर खेत में धान लगाया था. नदियों के जलस्तर में इसी तरह अगर वृद्धि जारी रहा तो कोकन में हो रहे धौंस नदी के तटबंध में हो रहे रेन कट के कारण किसी भी समय तटबंध टूट सकता है. अगर ऐसा हुआ तो पूरा प्रखंड जलमग्न हो जायेगा.

रातो नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

सुरसंड. विगत चार दिनों से रुक रुक कर हो रही भारी बर्षा के चलते प्रखंड के श्रीखंडी भिट्ठा गांव से होकर बहनेवाली रातो नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर दस सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी पंचायत के वार्ड संख्या पांच में कई लोगों के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. प्रत्येक वर्ष बाढ़ का कहर झेल चुके उक्त वार्ड के लोग जिल्लत की जिंदगी जीने को विवश है. उक्त वार्ड में जानेवाली एकमात्र पीसीसी सड़क पर भी बाढ़ के पानी में डूब गया है. जबकि भिट्ठामोड़ मुख्य चौक से रातो पुल के बीच एनएच 104 पर भी बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ गया है. भिट्ठा ओपी व एसएसबी चेक पोस्ट के समीप जलेश्वर जनकपुर राजमार्ग पर दो फुट पानी बह रहा है. वहीं श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी व पश्चिमी, डाढ़ाबाड़ी, दिवारी मतौना व कोरियाही पंचायत के दर्जनों गांव के सरेह में बाढ़ का पानी फैल जाने से किसानों का सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गयी है. इधर, एनएच 104 में कुम्मा डायवर्सन पर दो से तीन फुट पानी का तेज बहाव होने से छोटी गाड़ियों का परिचालन बंद हो गया है. लोग अपनी जान जोखिम में डालकर किसी तरह उक्त डायवर्सन को पार कर आवाजाही करने को विवश हैं. वहीं कुम्मा, करड़वाना, मरुकी, राधाउर, मलाही व अमाना पंचायत के दर्जनों गांव के सरेह में जमुरा व मरहा हरदी नदी का पानी फैल जाने से धान की फसल डूब गयी है. समाचार लिखे जाने तक जलस्तर की स्थिति यथावत बनी हुई है.

तटबंध में रेनकट होने के कारण लोगों में दहशत

चोरौत. प्रखंड क्षेत्र से गुजरने वाली धौंस नदी के तटबंध में चोरौत पूर्वी पंचायत के कोकन मेला के समीप दो स्थानों पर शुरू होने वाले रेनकट से लोगों में दहशत का माहौल कायम हो गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि के कारण यहां कब तटबंध टूट गया रहता, पर माह जुलाई में आई बाढ़ के समय में ही मधुबनी जिला के मधवापुर प्रखंड के ब्रह्मपुरी, बलबा व पिहबारा समेत अन्य स्थानों पर टुटे हुये तटबंध का अब तक मरम्मत नहीं होने के कारण पानी का बहाव जारी है. स्थानीय लोगों के साथ तटबंध देखने पहुंचे पैक्स अध्यक्ष गोपाल झा, लोजपा प्रखंड अध्यक्ष अशोक पासवान, सतीश मिश्र उर्फ मंटु ने बताया कि गत वित्तीय वर्ष के साथ ही पूर्व के वर्षों में भी मनरेगा के तहत तटबंध का मरम्मत कराया गया. बावजूद तटबंध में रेनकट होना कार्य की गुणवत्ता की पोल खोल रही है. मनरेगा पीओ यशवंत कुमार से संपर्क नहीं हो पाने के कारण स्थानीय रोजगार सेवक रामएकबाल राय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2019 – 20 में रेनकट से पूर्व तक करीब आठ लाख की लागत से काम कराया गया था. रेनकट की सूचना पर दारोगा अजीत कुमार व राजस्व कर्मचारी उमेश कुमार के साथ स्थल निरीक्षण को पहुंचे सीओ सह आपदा प्रभारी आशु रंजन ने बताया कि मुखिया रामप्रवेश चौधरी को तत्काल अपने स्तर से तटबंध मरम्मत कराने को कहा.

posted by ashish jha

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