छिपी रही धूप, दिन में भी रहा अंधेरा, जनजीवन अस्त-व्यस्त
पिछले करीब एक सप्ताह के भीतर मंगलवार का दिन ऐसा रहा, जब अधिकतम तापमान 18 और न्यूनतम तापमान करीब 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा.
सीतामढ़ी. पिछले करीब एक सप्ताह के भीतर मंगलवार का दिन ऐसा रहा, जब अधिकतम तापमान 18 और न्यूनतम तापमान करीब 10 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा, जिसके चलते मनुष्य से लेकर तमाम जीव ठंड से कांप उठा. मंगलवार का दिन जिले के लिये कोल्ड-डे रहा. उत्तर-पश्चिम से चलने वाली हवा की गति छह से नौ किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती रही. धूप खिलना तो दूर, दिन भर फिजां में अंधेरा छाया रहा. दोपहर को ही शाम लग रहा था. मौसम इतना खराब रहा कि काफी सारे लोग घरों में दुबके रहे और अलाव के सहारे दिन गुजारे. ग्रामीण इलाके में हर एक घर में अलाव जलता दिखा, जहां बैठकर लोग ठंड से बचने की कोशिश करते दिखे. हर एक मवेशी घर में अलाव जलाना पड़ रहा है. वहीं, शहर की बात करें, तो कदम-कदम पर दुकानदार, व्यवसायी, कामगार, मिस्त्री आदि अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश करते दिखे. लोगों के घरों में दुबके रहने से शहर की सड़कों पर भीड़ नहीं दिखी. हाइवे पर भी इक्के-दुक्के वाहनों की ही परिचालन देखने को मिला. दुकानदार दिन भर दुकान खोलकर ग्राहक का इंतजार करते दिखे. यहां तक कि आवारा कुत्ते ठंड से बचने को कचरे के ढ़ेर में छुपे दिखे. हर कोई ठंड से बेहाल नजर आया. सबसे अधिक परेशानी महिलाओं व पशुपालकों को हो रही है. करीब सप्ताह भर से धूप नहीं निकलने के चलते लोगों के कपड़े नहीं सूख पा रहे हैं. मवेशियों के लिये चारा जुटाने में दिक्कतें हो रही हैं. महिलाओं को बच्चों, बुजुर्गों व रोगियों की देखभाल करने में परेशानी हो रही है.
जिला कृषि विज्ञान केंद्र के प्रधान वैज्ञानिक डॉ राम ईश्वर प्रसाद से मिली जानकारी के अनुसार, बुधवार को अधिकतम तापमान में थोड़ी वृद्धि की संभावना है. गुरुवार को कुछ घंटे मौसम खुलने की संभावना है. हालांकि, आगामी 31 दिसंबर तक ठंड में कमी आने की संभावना नहीं दिख रही है. इस बीच तापमान में मामूली उतार-चढ़ाव होते रहने का अनुमान है. अगले दो दिन में कुछ घंटे धूप खिल सकती है. फिलहाल जिले में हवा की गुणवत्ता ठीक नहीं है, इसलिये लोगों को संभल कर रहने की आवश्यकता है.
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