अब भी बाढ़ के पानी से घिरे हैं रुसलपुर, रघुनाथपुर व ननकार गांव के लोग
सीमावर्ती क्षेत्र के रुसलपुर, रघुनाथपुर, ननकार सहित कई गांव में चार दिन पूर्व आई बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम होता जा रहा है, परंतु लोगों की परेशानी अभी तक बरकरार ही है.
मेजरगंज. सीमावर्ती क्षेत्र के रुसलपुर, रघुनाथपुर, ननकार सहित कई गांव में चार दिन पूर्व आई बाढ़ का पानी धीरे-धीरे कम होता जा रहा है, परंतु लोगों की परेशानी अभी तक बरकरार ही है. कोई उनकी सुधि लेने वाला नहीं है. खाने पीने का जुगाड़ लोग स्वयं ही कर रहे हैं. अभी भी गांव में सड़क पर कहीं दो तो कहीं तीन फुट पानी जमा है. स्थानीय मुखिया राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि प्रशासन द्वारा कम्युनिटी किचन चालू करने की सिर्फ घोषणा तक की गई. सैकड़ों परिवार जिनके घर में रखे अनाज पानी में भीग कर सड़ रहें है. उनके खाने के लिए कुछ नहीं है. जैसे- तैसे लोग गुजारा करने को विवश हैं. कहा कि स्थानीय विधायक अनिल कुमार द्वारा सोमवार को फूड पैकेट का वितरण किया गया था. प्रशासन के तरफ से किसी तरह की सहायता लोगों तक नहीं पहुंचाई गई. विधायक के जाने के साथ ही एनडीआरएफ की टीम भी चली गई. बाढ़ से पूर्व हुई बरसात के समय से ही विद्युत सेवा पूर्णत: बाधित है. बाढ़ के बाद आवागमन बाधित है. लोग अपने-अपने घरों व दूसरे के घरों में शरण लिए हैं. अंधेरे में रह रहे लोगों के मोबाइल चार्ज नही रहने से किसी को किसी से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है. इस संबंध में सीओ विनिता ने बताया कि सामुदायिक किचन चालू करवाया जाता, पर वहां के लोग घर से बाहर आने के लिए तैयार नहीं थे. गार्ड व कर्मी के माध्यम से नाव के सहारे दो टाइम का भोजन लोगों तक पहुंचाया गया. बाढ़ पीड़ितों को सरकार द्वारा मिलने वाली सहायता राशि दी जाएगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
