Sitamarhi: अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में स्थिरता के बावजूद संकट बरकरार

प्रखंड क्षेत्र होकर गुजरने वाली अधवारा समूह की विभिन्न नदियों के जलस्तर में स्थिरता के बावजूद बाढ़ का संकट बरकरार है.

By RANJEET THAKUR | October 9, 2025 10:08 PM

चोरौत. प्रखंड क्षेत्र होकर गुजरने वाली अधवारा समूह की विभिन्न नदियों के जलस्तर में स्थिरता के बावजूद बाढ़ का संकट बरकरार है. अधवारा समूह की रातों नदी में समुचित तटबंध नहीं होने से मंगलवार की सुबह मधुबनी जिले के मधवापुर प्रखंड क्षेत्र की तरैया पंचायत के पतार एवं अंदौली गांव के समीप धौंस नदी के टूटे तटबंध से पानी निकलने के कारण बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है. मीणों का आरोप है कि टूटे तटबंध पतार में जहां कछुए की गति से मरम्मत की जा रही है. वहीं अंदौली में अब कोई पदाधिकारी व कर्मी देखने तक नहीं गये हैं. किसान राजेश चौधरी, संतोष राय, श्रवण पांडेय, रामकरण पांडेय, मुकेश ठाकुर, मनोज राय व प्रगास पासवान समेत अन्य ने बताया कि धौंस नदी के टूटे तटबंध से पानी निकलना बंद होने के बाद भी रातो नदी के कारण चोरौत पूर्वी पंचायत के सकरम, अमनपुर, गांव समेत प्रखंड क्षेत्र की सभी पंचायतों में लगी धान की फसल का पूरी तरह बर्बाद होनी तय है. क्योंकि धौंस नदी के जलस्तर में भारी कमी आने के बाद ही रातों नदी के जलस्तर में कमी आएगी. तब तक डूबी सभी फसल बर्बाद हो जाएगी. चोरौत बसोतरा पीएमजीएसवाई पथ में रातों नदी पर पुल निर्माण नहीं होने एवं रातों नदी में समुचित तटबंध नहीं रहने के कारण डुमरबाना से परिगामा जाने वाली सड़क पर कई जगह पानी का बहाव जारी रहने से परिगामा एवं भंटाबारी पंचायत के लोग प्रखंड मुख्यालय जान हथेली पर रखकर आने को विवश हैं. दो दर्जन घर पानी से घिरा, देखने तक नहीं आए अधिकारी

सुप्पी. प्रखंड क्षेत्र की मोहनीमंडल पंचायत के वार्ड चार में बाढ़ और बारिश का पानी प्रवेश कर जाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लोगों को रोजमर्रा के कार्यों में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. स्थानीय पवन राम, सुरेंद्र राम, सुखल राम व चुल्हाई राम समेत अन्य ने बताया कि करीब दो दर्जन घर चारों तरफ से पानी से घिरे हुये हैं. इन लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. खाना-पीना बनाने से लेकर मवेशियों को खिलाने व बांधने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. इस बाबत वार्ड सदस्य अनीता देवी ने बताया गया कि इसकी सूचना पदाधिकारियों को दी गई है, पर तीन दिन बीत जाने के बाद भी अब तक कोई अधिकारी देखने तक नहीं आए हैं.

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