जलेश्वर में कुछ दुकानें खुली, कर्फ्यू हटने के बाद भिट्ठामोड़ बॉर्डर खुला
नेपाल में जेन-जी आंदोलन के पांच दिन बाद शुक्रवार को महोत्तरी जिला मुख्यालय जलेश्वर में कुछ दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें खोली.
सुरसंड/महोत्तरी/धनुषा(नेपाल). नेपाल में जेन-जी आंदोलन के पांच दिन बाद शुक्रवार को महोत्तरी जिला मुख्यालय जलेश्वर में कुछ दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें खोली. कुछ लोग बाइक से तो कुछ लोग टोटो पर सवार होकर घरेलूपयोगी सामान की खरीदारी करने पहुंचे. जलेश्वर-जनकपुर राजमार्ग पर यातायात पूरी तरह ठप रहा. सरकारी कार्यालय, स्कूल, बैंक व भंसार कार्यालय बंद रहे. नेपाल में कर्फ्यू हटने के बाद इंडो-नेपाल भिट्ठामोड़ बॉर्डर पर एसएसबी द्वारा निर्धारित समयावधि के तहत चेकपोस्ट को खोल दिया गया है. चेकपोस्ट खुलने से खाद्य व अन्य जरूरत की सामान नेपाल जाना शुरू हो गया है. हालांकि नेपाल भंसार कार्यालय बंद रहने से अगल-बगल से सामान लदी गाड़ियां आवाजाही कर रही है. फिलवक्त प्रशासन द्वारा कर्फ्यू या निषेधाज्ञा से संबंधित किसी प्रकार का कोई आदेश जारी नहीं किया गया है. फिलहाल स्थिति सामान्य बतायी गयी है.
— कल से जनकपुरधाम में बैंक व स्कूल-कॉलेज खुलने का अनुमान
— जलेश्वर जेल से भागे कैदियों के लौटने का सिलसिला जारी
जेन-जी आंदोलन के दौरान बीते मंगलवार को महोत्तरी जिला मुख्यालय स्थित जलेश्वर जेल से प्रदर्शनकारियों द्वारा भगाए गए 550 कैदियों में से अब तक 77 कैदी स्वेच्छा से आत्मसमर्पण करते हुए जेल में वापस आ गया है. जेल प्रमुख रविनचंद्र ठाकुर ने पुष्टि करते हुए बताया कि उनके द्वारा निर्गत पत्र के आलोक में कैदियों के वापस आने का सिलसिला शुरू हो गया है. पर, करीब 473 कैदी अब भी फरार है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
