Sitamarhi: बाढ़ व बारिश से हजारों एकड़ में लगी धान की फसल बर्बाद, किसानों ने की मुआवजा की मांग
प्रखंड क्षेत्र में पांच अक्टूबर को बागमती नदी में आए बाढ़ के कारण हजारों एकड़ में लगी धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी है.
सुप्पी. प्रखंड क्षेत्र में पांच अक्टूबर को बागमती नदी में आए बाढ़ के कारण हजारों एकड़ में लगी धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी है. किसानों का कहना है कि हर साल बाढ़ आने से उनकी फसलें बर्बाद हो जाती हैं, पर अब तक न तो इसका कोई स्थायी समाधान निकाला गया है और न ही उन्हें उचित मुआवजा ही मिल पाता है. गम्हरिया निवासी व किसान रविंद्र सिंह, सतीश कुमार सिंह, महेश्वर सिंह, मुकुंद कुमार व रामनेक सिंह ने बताया कि बाढ़ का पानी लगभग तीन दिनों से खेतों में जमा है, जिससे धान की फसलें सड़ गई हैं. किसानों ने सरकार से पीड़ित किसानों को तत्काल मुआवजा देने की अपील की है. उन्होंने स्थानीय प्रशासन से केवल सर्वे रिपोर्ट बनाने के बजाय जमीनी स्तर पर ठोस कदम उठाने का आग्रह किया, ताकि हर साल होने वाले इस भारी नुकसान से किसानों को राहत मिल सके. प्रमुख प्रतिनिधि नागेंद्र राय ने किसानों की बर्बाद फसलों पर चिंता व्यक्त की और सरकार से मुआवजे की मांग की. किसान अमरेंद्र कुमार उर्फ रिंकू अमीन व सरोज कुमार सिंह ने बताया कि फसल पूरी तरह तैयार थी. छठ पर्व के आसपास कटाई की तैयारी चल रही थी, पर अचानक हुई भारी बारिश व बाढ़ के पानी ने सबकुछ बर्बाद कर दिया. किसान इस नुकसान से हताश हैं. क्योंकि पिछले साल भी अंतिम समय में आई बाढ़ ने धान के फसल को पूरी तरह बर्बाद कर दिया था. कृषि समन्वयक रविश कुमार ने बताया कि वस्तु स्थिति से विभाग को अवगत कराया गया है. विभागीय आदेश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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