सुहागन स्त्रियों ने अखंड सौभाग्य की रक्षा को रखा हरतालिका तीज का व्रत

मंगलवार को जिले भर की सुहागन महिलाओं ने अखंड सौभाग्य की रक्षा की कामना के संग आस्था पूर्वक हरतालिका तीज का निर्जला व्रत रखकर विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-आराधना और उपासना की.

By VINAY PANDEY | August 26, 2025 6:53 PM

सीतामढ़ी/पुपरी. मंगलवार को जिले भर की सुहागन महिलाओं ने अखंड सौभाग्य की रक्षा की कामना के संग आस्था पूर्वक हरतालिका तीज का निर्जला व्रत रखकर विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा-आराधना और उपासना की. सुहागन महिलायें सोलह श्रृंगार में सज-धजकर पूरी श्रद्धा भाव के साथ भगवान शिव की आराधना कर पति की लंबी आयु के साथ अखंड सौभाग्य की कामना की. महिलाओं में काफी आस्था व उत्साह देखा गया. पंडित रामकृष्ण झा व अंबिकादत्त झा ने बताया कि धर्म ग्रंथों के अनुसार, त्रेता युग से यह व्रत प्रारंभ है. माना जाता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिये इस व्रत को किया था. सुहागिन महिलाएं अखंड सौभाग्यवती रहने व पुत्र के दीर्घायु होने की कामना के साथ यह व्रत रखीं. जौ, चना, चावल व आटा, घी, मेवा आदि मिलाकर कई प्रकार के प्रसाद तैयार किये गये. निर्जला रहकर जागरण कर भगवान शिव व माता पार्वती की साधना की. संकीर्तन व अन्य धार्मिक आयोजन किया गया.

पूर्व मंत्री डॉ रंजु गीता ने रखा हरतालिका तीज का व्रत

सीतामढ़ी. सूबे की पूर्व मंत्री डॉ रंजु गीता ने अपने निवास स्थान, बसहा में अपने परिजनों के साथ पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार उपवास रखकर भगवान शिव और मां गौरी की श्रद्धा एवं भक्ति भाव से पूजा-अर्चना की. उन्होंने बताया कि यह पर्व नारी शक्ति, प्रकृति की हरियाली और सौभाग्य की कामना का प्रतीक है. उन्होंने पूजा के दौरान बाजपट्टी विधानसभा क्षेत्र के सभी नागरिकों के लिए सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और पारिवारिक सौहार्द की मंगल कामना की और कहा कि हरियाली तीज का पर्व हमें संस्कृति से जुड़ने, आत्मचिंतन करने और सामूहिक कल्याण की भावना को सुदृढ़ करने का अवसर देता है.

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