Sitamarhi:डायनामाइट छोड़िए, मेरे घर पर फुलझड़ी भी नहीं जला सकते : सांसद
हाल में राजद का दामन थामे राघवेंद्र सिंह कुशवाहा का सांसद के घर को डायनामाइट से उड़ाने वाला बयान चर्चा में है.
सीतामढ़ी. हाल में राजद का दामन थामे राघवेंद्र सिंह कुशवाहा का सांसद के घर को डायनामाइट से उड़ाने वाला बयान चर्चा में है. उनके उक्त बयान पर सांसद देवेश चंद्र ठाकुर ने सीधा कहा है डायनामाइट छोड़िए उनके घर पर कोई फुलझड़ी भी नहीं जला सकता है. उन्होंने डुमरा स्थित आवास पर बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि वे दिल्ली में ही थे, तभी यहां एक व्यक्ति की हत्या हो गयी थी. इसे लेकर बवाल हुआ था, जो स्वाभाविक था. घटना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की गयी. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
आरोपित को बता दिया सांसद का संरक्षक
ठाकुर ने कहा कि मामले में एक अभियुक्त है, जो मेरे समाज का है. उसे उनका संरक्षक बताने के साथ ही उनके घर को डायनामाइट से उड़ाने की बात कही गयी. पुलिस जांच कर रही है. दोषी को जरूर सजा मिलनी चाहिए. तकलीफ है कि मामले से उनका नाम जोड़ दिया गया है. कहा कि 72 वर्ष उम्र में 22 वर्षों तक एमएलसी रहा. इस दौरान किसी अपराधी की पैरवी नहीं की. किसी ने उनके चरित्र व कार्यशैली पर उंगली नहीं उठाया है।उन्होंने राजनीति में नैतिकता नहीं छोड़ा है. किसी को किसी मामले में फंसाया नहीं है. कुछ लोग है, जो ऐसा करते है. डायनामाइट वाली बात को लेकर वे मानहानि का केस करेंगे. जो भी कार्रवाई करनी होगी, करेंगे.दंगा के केस में जेल गए थे कुशवाहा
सांसद ठाकुर ने कहा, हर चीज को जात से जोड़ दिया जाता है. उन्हें जातिवाद की बीमारी नहीं है. बातचीत में राघवेंद्र कुशवाहा का नाम लिया. कहा कि कुशवाहा दंगा के केस में जेल गए थे. केस अब भी है और दूसरे पर दोष लगा रहे है. झूठी बातें बहुत सारे लोगों के दिमाग में बैठ जाएगी, वैसे लोगों को क्लियर करने के लिए उन्हें यह सब बताना पड़ रहा है. जदयू नेता विमल शुक्ला ने 36 मुकदमें के आधार पर कुशवाहा को गुंडा एक्ट में बंद कर देने की बात कही. कहा कि दंगा के एक केस नंबर 182/15 में कुशवाहा एक माह जेल में रहे थे. इस मौके पर अरुण गोप, जदयू जिलाध्यक्ष सत्येंद्र सिंह कुशवाहा, डॉ मनोज व रामलक्षण सिंह कुशवाहा समेत अन्य मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
