जलस्तर में गिरावट के बावजूद कई पंचायतों में बाढ़ का खतरा बरकरार
जलस्तर में दो फुट की आयी गिरावट के बावजूद श्रीखंडी भिट्ठा वार्ड संख्या पांच व दिवारी मतौना पंचायत के सिमियाही गांव में बाढ़ का संकट बरकरार है.
सुरसंड. वर्षा के थम जाने व नेपाल के महोत्तरी जिला मुख्यालय जलेश्वर के आसपास दो स्थानों पर रातो नदी का तटबंध टूट जाने से जलस्तर में दो फुट की आयी गिरावट के बावजूद श्रीखंडी भिट्ठा वार्ड संख्या पांच व दिवारी मतौना पंचायत के सिमियाही गांव में बाढ़ का संकट बरकरार है. वार्ड संख्या पांच में जानेवाली एकमात्र पीसीसी सड़क पर दो फुट पानी बह रहा है. वहीं, भिट्ठामोड़ में एनएच-227 पर एक फुट पानी का तेज बहाव हो रहा है. वार्ड संख्या पांच में कई लोगों का घर बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है. खासकर, पशुपालकों के समक्ष गंभीर समस्या उत्पन्न हो गयी है. इधर, दिवारी मतौना पंचायत के सिमियाही गांव बाढ़ से चौतरफा घिरा हुआ है. समाजसेवी शिवजी साह ने बताया कि ग्रामीण सड़क व पीसीसी पर तीन फुट पानी का तेज बहाव हो रहा है. खासकर वार्ड संख्या चार, पांच व छह बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है. यदुपट्टी बाजार से दिवारी गांव जानेवाली ग्रामीण सड़क पर मानेश्वर नाथ हाइस्कूल के समीप करीब आधा किलोमीटर में तीन फुट पानी का बहाव हो रहा है. वहीं कोरियाही गांव से होकर बहनेवाली हरही नदी के उफनने से सरेह में बाढ़ का पानी फैल गया है, जबकि बाढ़ व अतिवृष्टि के चलते कोरियाही, दिवारी मतौना, श्रीखंडी भिट्ठा पूर्वी, श्रीखंडी भिट्ठा पश्चिमी व डाढ़ाबाड़ी पंचायत में धान की फसल को काफी क्षति पहुंची है.
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