झमाझम बारिश से बिहार के इस श्ड़हर की सड़कें हुईं लबालब, तापमान गिरा

सीतामढ़ी : पिछले चार दिनों से रुक-रुककर जारी बारिश की रफ्तार बीती रात और तेज हो गयी. बुधवार की रात जिलेभर में झमाझम बारिश हुई. गुरुवार की सुबह लोग जब निंद से जागे तो तेज पूर्वा हवा के साथ बारिश से सामना हुआ. सड़कों पर पानी चल रहा था.

By Prabhat Khabar | September 25, 2020 1:39 AM

सीतामढ़ी : पिछले चार दिनों से रुक-रुककर जारी बारिश की रफ्तार बीती रात और तेज हो गयी. बुधवार की रात जिलेभर में झमाझम बारिश हुई. गुरुवार की सुबह लोग जब निंद से जागे तो तेज पूर्वा हवा के साथ बारिश से सामना हुआ. सड़कों पर पानी चल रहा था. लोगों के आवासीय परिसर बारिश के पानी से भरे हुए थे. हालांकि, सुबह छह बजते-बजते बारिश रुक गयी, जिसके बाद लोगों को थोड़ी राहत मिली और लोग अपने-अपने काम-काज में जुट गये. हालांकि, दिनभर आसमान में बादलों की आवाजाही जारी रहा. हवा की गति बुधवार के अपेक्षा थोड़ी कम थी. आसमान में बादलों की आवाजाही जारी रहने के कारण पूरा दिन फिजा में अंधेरा छाया रहा. दिनभर बारिश की स्थिति बनी रही. पिछले चार दिनों से तेज पूर्वा हवा के साथ हो रही लगातार बारिश के कारण जिले के तापमान में काफी गिरावट दर्ज की जा रही है. लोग ठंड महसूस कर रहे हैं. गुरुवार को भी जिले का अधिकतम तापमान करीब 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

शहर की सड़कों एवं गलियों में जलभराव से परेशानी

मॉनसून की शुरुआत से ही शहर के करीब 10 वार्ड की आबादी लगातार जलजमाव से कई प्रकार की परेशानियों से जूझ रहे थे. बारिश रुकने के बाद भी करीब आधा दर्जन वार्डों की हजारों आबादी गर्दिश में जी रहे थे. पिछले चार दिनों से जारी बारिश के कारण एकबार फिर नगर के वार्ड एक, दो, चार, पांच, सात, 12, 13, 14, 18, 19, 20, 21, 23, 26 व वार्ड-27 की हजारों आबादी को एकबार फिर से परेशानियों से सामना हो गया है. इसके अलावा पूरे बाजार समिति परिसर, सरकारी बस पड़ाव, गांधी मैदान, गोयनका कॉलेज, एमआरडी प्लस टू स्तरीय स्कूल, गुदरी बाजार, कोट बाजार व मेला रोड में जलजमाव हो जाने से लोगों को आवागमन करने में भी परेशानियां उठानी पड़ रही है. खास बात यह कि शहर के मुख्य सड़क पर किरण चौक से लेकर जानकी स्थान व गौशाला होते हुए पुनौरा तक वर्षों से पड़े खतरनाक गड‍्ढ़ों में पानी भरने से वाहन चालकों समेत आम राहगीरों को यातायात करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिला. जगह-जगह सड़कों पर जलभराव होने से लोगों को यातायात करने में परेशानियों का सामना करना पड़ा.

मौसम का मिजाज देख किसानों के दिल की धड़कन बढ़ी

पिछले पखवारे में किसानों को बारिश का इंतजार था. चुंकि, धान की फसलों में दाने निकल चुके हैं और धान की फसल को पर्याप्त पानी की दरकार होती है और धान की फसल लगे खेतों का पानी सूखने के कगार पर था, इसलिए किसान बारिश को लेकर काफी चिंतित थे. लेकिन, पिछले चार-पांच दिनों से लगातार हो रही बारिश व अगले तीन-चार दिनों तक भारी बारिश के अनुमान को देखते हुए किसान बेहद चिंतित हैं, क्योंकि फसलें तैयार हो चुकी है और निचले इलाकों के खेतों के तैयार धान की फसल डूबने के कगार पर है. किसान रामहृदय महतो, रामपुकार सिंह, बैजू प्रसाद, रामप्रवेश यादव, चंद्रशेखर झा व कृष्णदेव प्रसाद समेत कई किसानों ने बताया कि बीते माह हुई बारिश से निचले इलाके के फसल बरबाद होने के बाद किसानों ने काफी मशक्कत से दोबारा धान की रोपाई की थी. अब फसल तैयार है तो मौसम का मिजाज देखकर लगता है कि यदि फिर से बाढ़ आयी तो किसानों के सपनों पर पूरी तरह पानी फिर जायेगा.

सड़क पर पानी बढ़ने से शुरू हुआ नाव का परिचालन

बाजपट्टी. प्रखंड स्थित अधवारा समूह की नदियों में गुरुवार को भी जलस्तर में वृद्धि जारी रहा. प्रखंड के हरपुरवा से बनभीरवा टोला जाने वाली सड़क पर अधिक पानी हो जाने के कारण नाव का परिचालन शुरू करना पड़ा. कमोबेश यह स्थिति पटदौरा पंचायत के भीखा में भी देखा जा रहा है.

posted by ashish jha

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