रामवृक्ष बेनीपुरी की जयंती पर पुस्तक का लोकार्पण व कवि-गोष्ठी आयोजित
रामवृक्ष बेनीपुरी की जयंती पर शहर स्थित जानकी विद्या निकेतन के सभा-कक्ष में सीतामढ़ी संस्कृति मंच के तत्वावधान में कवयित्री सुभद्रा ठाकुर की काव्य कृति दर्पण का लोकार्पण हुआ.
सीतामढ़ी. रामवृक्ष बेनीपुरी की जयंती पर शहर स्थित जानकी विद्या निकेतन के सभा-कक्ष में सीतामढ़ी संस्कृति मंच के तत्वावधान में कवयित्री सुभद्रा ठाकुर की काव्य कृति दर्पण का लोकार्पण हुआ. वक्ताओं ने कहा कि भाव संवेग की संयत अभिव्यक्ति, विषय वैविध्य की संवेदनशील सुघड़ता और सहज स्वभाव की प्रकृत सुंदरता, दर्पण की केंद्रियता है. स्त्री मन के आरोह-अवरोह की शिष्ट-विशिष्ट बहुरंगी भंगिमाओं की स्वर-लहरियां तथा सुरभित स्नेहिल संस्कार की संस्कारित सौंदर्य प्रियता और सुवासित संस्कृति की सुरीली टेर संग्रह की कविताओं का संग्रह है दर्पण. इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व रामवृक्ष बेनीपुरी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया. देवव्रत अकेला, पूर्व विभागाध्यक्ष, अंग्रेजी विभाग, बिहार विश्वविद्यालय की अध्यक्षता में संपन्न कार्यक्रम के लोकार्पणकर्ता डॉ संजय पंकज रहे. विमल कुमार परिमल, राम शरण अग्रवाल, राष्ट्रीय स्तर के प्रसिद्ध कवि राकेश रेनू, रामभद्र, राम नरेश सिंह, प्रो आनंद किशोर, वरीय पत्रकार रमाशंकर शास्त्री, सुभद्रा ठाकुर, संजय कुमार सिंह, ब्रजमोहन मंडल, उमाशंकर मिश्र, राम एकबाल साह, नरेंद्र बिहारी सिंह, विजय शुक्ला, विद्या दास, प्राचार्य चंदा कुमारी, कमरुल होदा, खुशबू कुमारी, सुरेंद्र प्रसाद, रविंद्र कुमार, प्रसिद्ध कवि बच्चा प्रसाद विह्वल, विनय कुमार चौधरी आदि कार्यक्रम में शामिल हुए. आग्नेय कुमार ने मंच संचालन किया. जानकी विद्या निकेतन के निदेशक दिनेश चंद्र द्विवेदी ने आगत अतिथियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम का विषय प्रवेश कराया. साहित्यकार ऋषिकेश के धन्यवाद ज्ञापन के साथ प्रथम सत्र संपन्न हुआ. वहीं, द्वितीय सत्र में प्रो विनय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में कवि गोष्ठी का आयोजन हुआ, जिसमें राकेश रेनू, ऋषिकेश, सत्येंद्र मिश्र, राम किशोर सिंह चकवा, सुरेश वर्मा, ऋषिकेश, रामबाबू सिंह, सुरेश लाल कर्ण, आग्नेय कुमार, सुभद्रा ठाकुर आदि ने अपनी-अपनी कविताओं का पाठ किया. कार्यक्रम में महेश कुमार सिंह, आनंद कुमार मिश्रा, परमहंस सिंह, प्रगति गौरव, शशिधर शर्मा, मंजुला कुमारी, मनी कुमारी व छाया कुमारी समेत अन्य मौजूद रहे. नरेंद्र बिहारी सिंह के धन्यवाद के साथ दूसरे सत्र व कार्यक्रम का समापन हुआ.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
