शिवहर में जागरूकता सम्मेलन में बोले मुख्यमंत्री, जलवायु परिवर्तन का दिख रहा असर, जीवन के लिए जल व हरियाली बचाएं

शिवहर (सीतामढ़ी) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से पर्यावरण, जल व हरियाली बचाने की अपील करते हुए कहा कि जल और हरियाली है, तभी जीवन बचेगा. जीवन के लिए जल और हरियाली दोनों को बचाने के लिए काम करना होगा. सोमवार को यहां जागरूकता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में जलवायु […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 24, 2019 9:32 AM
शिवहर (सीतामढ़ी) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से पर्यावरण, जल व हरियाली बचाने की अपील करते हुए कहा कि जल और हरियाली है, तभी जीवन बचेगा. जीवन के लिए जल और हरियाली दोनों को बचाने के लिए काम करना होगा. सोमवार को यहां जागरूकता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में जलवायु परिवर्तन हो रहा है. इसका असर बिहार पर भी दिख रहा है. बिहार में मॉनसून की समयावधि में भी बदलाव आया है. पहले मॉनसून की शुरुआत 15 जून तक हो जाती थी.
जहां पहले औसंंत वर्षा 1200 से 1500 मिमी तक होती थी, वहीं पिछले 30 वर्षों में औसत वर्षापात 901 मिमी हो गया है. उन्होंने मौसम के बदलाव के अनुकूल फसल चक्र अपनाने की किसानों को सलाह देते हुए कहा कि इसके लिए बोरलॉग इंस्टीट्यूट ऑफ साउथ एशिया, राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय (पूसा), बिहार कृषि विश्वविद्यालय (सबौर) तथा आइसीएआर की पटना शाखा इस पर काम कर रही है. सीएम ने किसानों से फसल अवशेष न जलाने को कहा.
उन्होंने कहा कि फसल अवशेष जलाने से खेत भी बेकार हो जाते हैं और पर्यावरण पर भी संकट आता है. हमलोग ऐसी व्यवस्था कर रहे कि किसानों को फसल के साथ फसल अवशेष से भी आमदनी होगी. गाय और भैंस की संख्या बढ़ाने पर भी काम हो रहा है. वहीं, सीएम ने चमनपुर पंचायत के गढ़वा गांव में जल-जीवन-हरियाली की योजनाओं का निरीक्षण किया. साथ ही मदरसा इस्लामिया बैतुल ओलस में वर्षा जल संचयन भवन का निरीक्षण किया.
बोधायन मंदिर में की पूजा-अर्चना व पोखर की परिक्रमा
डुमरा (सीतामढ़ी) : वनगांव के बोधायन मंदिर पहुंच सीएम ने पोखर का परिक्रमा किया व निर्माणाधीन पर्यटकीय संरचनाओं व तालाब सौंदर्यीकरण का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘बहुत अच्छा स्थान है. तालाब भी बड़ा है. इसके चारों तरफ से पेड़ लगवाइए. यहां बरगद का वृक्ष है, तो इसको पंचवटी बनाइए’.

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