छपरा शहर में प्लास्टिक के कचरे से किया जायेगा सड़कों का निर्माण

छपरा : आने वाले दिनों में छपरा शहर में काफी बदलाव होने वाला है. इसके लिए नगर निगम पूरी प्लानिंग कर रहा है. नगर निगम द्वारा हाल में शहर में दो-दो कचरा प्रबंधन प्लांट लगाने के लिए एग्रीमेंट किया गया है. इससे शहरवासियों को कचरे की समस्या से निजात मिलेगी. अब नयी जानकारी के अनुसार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 25, 2019 7:41 AM

छपरा : आने वाले दिनों में छपरा शहर में काफी बदलाव होने वाला है. इसके लिए नगर निगम पूरी प्लानिंग कर रहा है. नगर निगम द्वारा हाल में शहर में दो-दो कचरा प्रबंधन प्लांट लगाने के लिए एग्रीमेंट किया गया है. इससे शहरवासियों को कचरे की समस्या से निजात मिलेगी. अब नयी जानकारी के अनुसार शहर में जमा होने वाले प्लास्टिक के कचरे का इस्तेमाल सड़क बनाने के लिए किया जायेगा.

अपर नगर आयुक्त संजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि छपरा में प्लास्टिक के कचरे के विनष्टीकरण के लिए विशेष प्लांट लगाया जायेगा, जहां वैज्ञानिक तरीके से प्लास्टिक का विनष्टीकरण किया जायेगा. विनष्टीकरण के बाद प्लास्टिक के कचरे से टार बनाया जायेगा. इसी टार का प्रयोग सड़क बनाने में किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि इससे सड़क बनने के बाद सड़क पर पानी लगेगा, तब भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा. अलकतरा में प्लास्टिक के कचरे वाले टार को मिलाकर सड़क बनायी जायेगी. इससे सड़कें मजबूत होंगी. साथ ही साथ पानी लगने पर भी सड़क खराब नहीं होगी. उन्होंने बताया कि देश के कुछ राज्यों में प्लास्टिक के कचरे का इस्तेमाल कर सड़क बनायी जा रही है. इससे सड़क स्मूथ होगी.
आपको बता दे कि किसी न किसी माध्यम से प्रत्येक घर में प्लास्टिक का प्रयोग हो रहा है. घर से निकलने वाले कचरे में 60 प्रतिशत से अधिक प्लास्टिक का कचरा होता है. जो यूं ही सड़कों व नालियों में फेंक दिया जाता है. कुछ नहीं होता है, तो लोग प्लास्टिक के कचरे को इकट्ठा कर जला देते हैं जिससे भयंकर प्रदूषण फैलता है.
प्रदूषण से मिलेगी राहत : छपरा नगर निगम क्षेत्र में प्लास्टिक के कचरे के डिस्पोजल की कोई व्यवस्था नहीं है. इसकी वजह से काफी पर्यावरण पर काफी दुष्प्रभाव हो रहा है. इसकी वजह खेती , पशुपालन समेत कई चीजों पर बुरा प्रभाव पड़ता है. यह प्लास्टिक लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है. लेकिन विनष्टीकरण प्लांट लगने के बाद छपरा में प्लास्टिक की वजह से होने वाले प्रदूषण में कमी आयेगी.

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